संसदीय संकुल विकास परियोजना से लोकल रिसोर्स, लोकल टेलेन्ट और लोकल मार्केट विकसित होगा : वी. सतीश, बस्तर संसदीय क्षेत्र में कोलावल और नेतानार संकुल विकास परियोजना का शुभारंभ…


जगदलपुर(प्रभात क्रांति) । केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी संसदीय संकुल विकास परियोजना के शुभारंभ अवसर पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी वी. सतीश जी का बस्तर प्रवास संपन्न हुआ। इस दौरान उन्होंने कोलावल और नेतानार में आयोजित कार्यक्रमों में जनता एवं जनप्रतिनिधियों से मुलाकात की। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा सभी अतिथियों का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया गया। अतिथियों ने माँ दंतेश्वरी देवी और वीर गुंडाधुर को नमन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
वी. सतीश ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज़ादी के बाद से उपेक्षित रहे जनजातीय क्षेत्रों में लोकल रिसोर्स, लोकल टेलेन्ट और लोकल मार्केट को विकसित करने के उद्देश्य से संसदीय संकुल विकास परियोजना की परिकल्पना भाजपा ने की है। यह योजना जनजातीय क्षेत्रों से हो रहे पलायन को रोकते हुए, स्थानीय संसाधनों के उपयोग से रोजगार सृजन का माध्यम बनेगी।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से जनजातीय समाज के उत्थान के लिए योजनाबद्ध रूप से कार्य किया जा रहा है। आज़ादी के बाद कांग्रेस शासन में जनजातीय समाज को विकास की मुख्यधारा से अलग रखा गया, परंतु स्व अटल बिहारी वाजपेयी ने 1999 में जनजाति मंत्रालय और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग बनाकर उनके विकास की नई नींव रखी।
सतीश जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की “विकसित भारत” की परिकल्पना में जनजातीय समाज की निर्णायक भूमिका है। उन्होंने अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को संकुल परियोजना के लिए एक से दो माह की कार्ययोजना तथा दीर्घकालिक डीपीआर तैयार करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा छोटे-छोटे कार्य जिन योजनाओं के अंतर्गत हो सकते हैं, वे लोगों के ज्ञान में नहीं हैं, उन पर ध्यान देना होगा। विकास के लिए बड़े बजट की बातें तो होती हैं, परंतु जमीनी काम नहीं दिखता। इस व्यवस्था को बदलने के लिए ही यह परियोजना लाई गई है, ताकि अधिकारी और जनप्रतिनिधि दोनों जवाबदेह बनें।
उन्होंने आगे कहा कि बस्तर संसदीय क्षेत्र में इस परियोजना की शुरुआत इतने व्यापक स्तर पर की गई है। इसके लिए उन्होंने सांसद महेश कश्यप के प्रयासों की सराहना की।
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने कहा कि इस परियोजना का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन कर जनजातीय युवाओं का पलायन रोकना है। उन्होंने कहा कि इसके लिए जनजाति विकास विभाग की योजनाओं के साथ-साथ कंपनियों के CSR फंड का भी प्रभावी उपयोग किया जाएगा।
सांसद महेश कश्यप ने बताया कि बस्तर संसदीय क्षेत्र में दो संकुल करपावन्ड के ग्राम कोलावल और नानगुर तहसील के ग्राम नेतानार का चयन किया गया है। इन ग्राम समूहों में कृषि, वन आधारित उत्पाद, पशुपालन, मत्स्य पालन, कौशल विकास, जलग्रहण, सिंचाई आदि के माध्यम से आजीविका बढ़ाने के कार्य किए जाएंगे।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने इस परियोजना को जनजाति विकास के लिए मील का पत्थर बताया और कहा कि इससे आत्मनिर्भरता की दिशा में बस्तर नई मिसाल कायम करेगा।
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व जगदलपुर विधायक किरण सिंह देव,भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश लाटिया, दंतेवाड़ा जिला पंचायत अध्यक्ष नंदराम मुडामी,जिला पंचायत उपाध्यक्ष बलदेव मंडावी, जनप्रतिनिधिगण, पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता एवं स्थानीय प्रबुद्धजन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।




