ग्राम पंचायत धोबीगुड़ा के गांव ईरिकपाल में दो सगे भाईयों की हत्या, गांव में फैली सनसनी, पसरा सन्नाटा, पढ़े पूरी खबर….
जगदलपुर (प्रभात क्रांति), बस्तर जिला जगदलपुर के जनपद पंचायत बकावण्ड के ग्राम पंचायत धोबीगुड़ा जो जगदलपुर शहर से लगभग 05 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है । इस क्षेत्र में आदिवासी, हल्बा, भतरा, महारा, ठाकुर जैसे कई जनजाति के लोग निवास करते है ।
सन् 1992 में ग्राम पंचायत धोबीगुड़ा के गांव ईरिकपाल में हल्बा जाति के वंशज के जमीन को आदिवासी परिवार के शम्भुनाथ कश्यप ने खरीदा था जिसके बाद से सम्भुनाथ कश्यप का बरसो से खेती करते आ रहा है ।
परन्तु पिछले 10 वर्षो से हल्बा परिवार की नजर उनके वंशज द्वारा विक्रय की गई जमीन पर नजर गढ़ी हुई थी जिसका विवााद भी तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर में इनकी पेशी चलती आ रही थी जिसके बाद शासन द्वारा उसके पक्ष में शम्भुनाथ को स्वामित्व के रूप में माना गया ।
किन्तु पिछले वर्ष में सम्भुनाथ के परिवार को चैन सिंह घागड़ा नामक परिवार के द्वारा जमीन को लेकर धक्का-मुक्की किया गया था जिसके बाद दिनांक 11 जून 2024 को सम्भुनाथ के दो पुत्र जिसमें बड़ा पुत्र योगेश कश्यप उम्र 29 वर्ष, छोटा पुत्र चन्द्रशेखर कश्यप उम्र 24 वर्ष ने अपने खेत में कृषि विभाग से किराये पर शासकीय टैªक्टर से धान की बोआई कर रहे थे, बोआई के दौरान कुछ ही समय पर चैन सिंह के परिवार के लोगों ने आक्रोशित होकर जमीन को लेकर दोनों भाईयों से कहां-सुनी करने लगे, कहां-सुनी इतनी बड़ गई कि निहत्ता खेत में काम कर रहे दोनों भाईयों को चैन सिंह परिवार से लगभग 14 से 15 लोगों ने अपने साथ लाये टंगिया, फरसा एवं तेज धार-धार हथियार से दोनो भाईयों को मारकर मौत के घाट उतारा दिया गया ।
इस हत्या की सूचना ग्रामीणों के द्वारा पुलिस विभाग को दी गई जिसके बाद नगर कोतवाली द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए इस घटना को संज्ञान में लेकर पुलिस बल सहित घटनास्थल पर पहुंचकर मौका-मुआयना कर मृतक के शव को पोस्टमाटम के लिए डिमरापाल मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया तथा गांव को छावनी में तब्दील की गई. वही पुलिस विभाग के द्वारा टीम गठित कर फरार आरोपियों की पतासाजी की जा रही है कार्यवाही जारी है ।