छत्तीसगढ़
जगदलपुर में विकास की रफ्तार पर रोक – बख्तियार इंफ्रा ने उठाया बड़ा सवाल

जगदलपुर(प्रभात क्रांति), जगदलपुर में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य व्यापार और विकास को बढ़ावा देना था। यह पहल माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की प्रेरणा से की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन बख्तियार इंफ्रा कार्यालय द्वारा किया गया, जिसका नेतृत्व इसके स्वामी श्री बख्तियार खान ने किया।
मुख्य विषय
कॉन्फ्रेंस का प्रमुख विषय था फर्म के चल रहे प्रयास, जिसके अंतर्गत “रिवरडेल मेंशन एंड विला” नामक एक प्रीमियम ब्रांडेड रेज़िडेंशियल प्रोजेक्ट को स्वीकृति दिलाना है। यह प्रोजेक्ट आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण जीवन शैली प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया जा रहा है। इसमें पूरी तरह सुसज्जित आवास उपलब्ध कराए जाएंगे, जिनमें आधुनिक फर्नीचर, बर्तन, मॉड्यूलर किचन और आवश्यक घरेलू उपकरण जैसे ए.सी., फ्रिज और टीवी शामिल होंगे।
इस प्रोजेक्ट की रूपरेखा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (टीएनसीपी) द्वारा सभी आवश्यक दस्तावेज़ों की जांच के बाद स्वीकृत की गई थी। परंतु, फर्म ने यह मुद्दा उठाया कि टीएनसीपी के उप-नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है, जिनके अनुसार 60 से 90 दिनों के भीतर स्वीकृति देना अनिवार्य है। निर्धारित समय सीमा पार होने पर प्रोजेक्ट स्वतः अनुमोदित माना जाता है।

उठाए गए प्रमुख मुद्दे
•उप निदेशक सुश्री प्रीति देवांगन ने भूमि की वैधता पर आपत्ति जताई है। लेकिन, भूमि राजस्व विभाग, पटवारी अभिलेख, ग्राम पंचायत, तहसीलदार और एसडीएम जगदलपुर के अनुसार यह भूमि पूरी तरह कानूनी और आवासीय विकास के लिए मान्य है।
•फर्म पहले ही पीडब्ल्यूडी, स्वास्थ्य विभाग, जल संसाधन विभाग, सीएसईबी तथा अन्य संबंधित विभागों से एनओसी प्राप्त कर चुकी है।
•ऑफलाइन प्रक्रिया से ऑनलाइन प्रक्रिया की ओर बदलाव सीजी आवास (सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम) के तहत फर्म ने ही शुरू किया था, जिसे एनआईसी और टीएनसीपी रायपुर ने तकनीकी सहयोग दिया। इसके बावजूद स्थानीय टीएनसीपी अधिकारी पुरानी ऑफलाइन पद्धति पर ज़ोर देकर स्वीकृति में देरी कर रहे हैं।
•आरोप यह भी लगाए गए कि सुश्री देवांगन, जो स्थानांतरण की इच्छुक हैं, अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जगदलपुर की कई परियोजनाओं को जानबूझकर रोक रही हैं।

फर्म का योगदान और दृष्टिकोण
श्री बख्तियार खान की फर्म ने एनएचएआई, एमओआरटीएच तथा गुजरात, कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र में कई रियल एस्टेट और हॉस्पिटैलिटी प्रोजेक्ट्स सफलतापूर्वक पूरे किए हैं।
फर्म को देश की सबसे तेज़ी से बढ़ती इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों में मान्यता मिली है। स्वयं श्री खान को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा “लीडर ऑफ टुमॉरो” सम्मान से भी नवाज़ा गया है।
जगदलपुर में फर्म ने यह प्रतिबद्धताएँ की हैं:
•सस्ती और आधुनिक आवासीय कॉलोनियों का विकास।
•सड़कों, निजी पार्कों और सार्वजनिक उद्यानों का निर्माण।
•सरकारी स्कूलों, स्वास्थ्य सेवाओं और पर्यटन अवसंरचना का सहयोग।
•हाल ही में सिंगापुर में एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसके तहत बस्तर में होटल और सेंचुरी का विकास किया जाएगा। यह पहल “न्यू जगदलपुर” की अवधारणा को साकार करने के लिए है।
वर्तमान चिंता
सभी कानूनी आवश्यकताओं का पालन करने, ऑनलाइन चालान जमा करने और टीएनसीपी मानकों के अनुसार तालाब व उद्यान के लिए क्षेत्र छोड़ने के बावजूद प्रोजेक्ट को अब भी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
फर्म अब नगर परिषद, एसडीएम जगदलपुर और माननीय कलेक्टर से स्पष्ट निर्णय चाहती है—
क्या उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रोजेक्ट्स के माध्यम से जगदलपुर को आगे बढ़ाना चाहिए, या फिर अपनी निवेश और कोशिशें उन शहरों की ओर मोड़ देनी चाहिए जहाँ पारदर्शिता और समय पर स्वीकृति सुनिश्चित है।
बड़ा प्रश्न
“क्या जगदलपुर आधुनिक, सस्ती और अंतरराष्ट्रीय स्तर की विकास योजनाओं को अपनाना चाहता है, या फिर पुराने तरीकों पर अटका रहकर निवेश और प्रगति को हतोत्साहित करना चाहता है?”





