नेशनल हाईवे पर ‘जुगनू’ बनी स्ट्रीट लाइटें, हर रात बढ़ा रही खतरा…देखें वीडियों

जगदलपुर (प्रभात क्रांति)। बस्तर जिला मुख्यालय से होकर गुजरने वाला नेशनल हाईवे-30, जो राजधानी रायपुर को उड़ीसा से जोड़ता है, नगर निगम क्षेत्र में गंभीर लापरवाही का शिकार हो चुका है। आमागुड़ा चौक से लेकर एनएमडीसी चौक तक लगाए गए स्ट्रीट लाइटों का उद्देश्य रात में राहगीरों को रोशनी देना था, मगर वास्तविकता इसके बिल्कुल उलट है। रात होते ही ये स्ट्रीट लाइटें जुगनू की तरह टिमटिमाती हैं और पूरे मार्ग को अधेरे में छोड़ देती हैं, जिससे यह मार्ग रात में खतरनाक बन जाता है।
हर तीसरे दिन बनता है अंधेरे का तमाशा, हादसे का डर
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह समस्या नई नहीं है, बल्कि महीनों से चल रही है। स्ट्रीट लाइटें या तो पूरी तरह बंद रहती हैं या फिर टिमटिमाकर नाम मात्र की रोशनी देती हैं, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को भारी परेशानी होती है। खासकर बारिश या कोहरे के दिनों में दृश्यता और भी कम हो जाती है, जिससे दुर्घटना की आशंका बढ़ जाती है। यह स्थिति हर तीसरे दिन बनी रहती है, लेकिन नगर निगम का विद्युत अमला अब तक उदासीन बना हुआ है।
स्थानीयों की मांग — तत्काल हो मरम्मत
रहवासियों और राहगीरों ने नगर निगम से मांग की है कि इस महत्वपूर्ण मार्ग पर खराब पड़ी स्ट्रीट लाइटों की तत्काल मरम्मत कराई जाए। नेशनल हाईवे जैसे महत्वपूर्ण मार्ग पर इस तरह की लापरवाही न सिर्फ जनसुरक्षा के साथ खिलवाड़ है, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता को भी दर्शाता है। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो किसी बड़ी दुर्घटना की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
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