नशा मुक्त समाज की दिशा में बकावण्ड में जिला टास्क फोर्स का सशक्त अभियान, तंबाकू और मादक पदार्थों के सेवन से परिवारों और समाज पर पड़ने वाले गंभीर दुष्प्रभावों के बारे में दी जानकारी…

जगदलपुर (प्रभात क्रांति)। बस्तर जिले के बकावण्ड जनपद पंचायत क्षेत्र में जिला टास्क फोर्स व कोटप्पा टीम द्वारा नशा मुक्ति अभियान के तहत प्रभावशाली जागरूकता अभियान चलाया गया। इस अभियान में बकावण्ड थाना प्रभारी, स्वास्थ्य विभाग, आबकारी विभाग एवं जनपद पंचायत के कर्मचारी शामिल रहे।
टीम द्वारा तंबाकू नियंत्रण क्षेत्र में सभी मादक पदार्थ जैसे – सिगरेट, बीड़ी, गुटखा, तंबाकू एवं अन्य नशीले पदार्थों के विक्रय स्थलों पर छापेमारी कर जागरूकता अभियान चलाया गया। दुकानदारों को बताया गया कि विद्यालय, अस्पताल एवं सार्वजनिक स्थलों के 200 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों का सेवन और बिक्री कानूनन अपराध है।
साथ ही बकावण्ड मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत ग्रामीणों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया। लोगों को समझाया गया कि तंबाकू, शराब और अन्य मादक पदार्थों के सेवन से कैंसर, हृदय रोग, फेफड़े की बीमारी, मानसिक तनाव जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जिससे न केवल व्यक्ति स्वयं बल्कि उसका पूरा परिवार मानसिक, शारीरिक और आर्थिक रूप से प्रभावित होता है।
परिवारों पर इसके गंभीर प्रभाव देखे जाते हैं – जैसे घर का आर्थिक संकट, बच्चों की शिक्षा में बाधा, पारिवारिक कलह, और सामाजिक प्रतिष्ठा में गिरावट। विशेष रूप से बच्चों और युवाओं को नशे से दूर रखने का संदेश दिया गया, क्योंकि वे भविष्य के निर्माता हैं।
इस अभियान के अंतर्गत सभी मादक पदार्थ विक्रय केंद्रों में चेतावनी बोर्ड लगाए गए, जिसमें स्पष्ट लिखा गया है कि क्षेत्र में तंबाकू सेवन प्रतिबंधित है। नियम का उल्लंघन करने वालों पर ₹300 से ₹500 तक का जुर्माना लगाया गया।
जिला टास्क फोर्स द्वारा लोगों से अपील की गई कि वे स्वयं भी नशा मुक्त जीवन अपनाएं और अपने परिवार व समाज को इस बुरी लत से बचाएं। साथ ही बच्चों को बचपन से ही नशे के दुष्प्रभावों के बारे में शिक्षित करें।
यह अभियान भविष्य में भी सतत रूप से चलाया जाएगा ताकि समाज को पूरी तरह नशा मुक्त बनाया जा सके।