धान खरीदी पंजीयन में किसानों की कम होती रूचि, प्रशासन की चिंता बढ़ी…..

जगदलपुर(प्रभात क्रांति)। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना धान खरीदी योजना और किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत सालाना ₹12,000 की सहायता राशि उपलब्ध कराने वाली योजना को लेकर बस्तर जिले में किसानों की रूचि उम्मीद के मुताबिक़ नहीं दिख रही है।
जिला प्रशासन के राजस्व अमले और सहकारिता विभाग के कर्मचारी सुदूर अंचलों तक पहुंचकर किसानों को पंजीयन संबंधी जानकारी दे रहे हैं। घर-घर जाकर समझाइश दी जा रही है, बावजूद इसके किसान अपेक्षित संख्या में आगे आकर सहकारी बैंक, पटवारी और अन्य संबंधित अधिकारियों से संपर्क नहीं कर रहे हैं। एक ही किसान के घर दो से अधिक बार जाकर समझाइश देने के बावजूद भी कई किसान स्वेच्छा से पंजीयन नहीं करवा रहे हैं। यह स्थिति बस्तर संभाग के सभी सात ब्लॉकों में देखने को मिल रही है।
विशेषकर बकावण्ड ब्लॉक के तारापुर, बजावण्ड, टलनार और नलपावण्ड क्षेत्र में किसानों की रुचि बेहद कम पाई गई है। यहां लगातार प्रचार-प्रसार और जानकारी दिए जाने के बाद भी किसान योजना का लाभ लेने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। सरकारी अमला लगातार किसानों से अपील कर रहा है कि वे समय रहते धान खरीदी पंजीयन कराएं, ताकि सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं और योजनाओं का लाभ उन्हें समय पर मिल सके। राजस्व और सहकारिता विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि किसानों को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने का अभियान आगे भी जारी रहेगा।