छत्तीसगढ़

ऑपरेशन सिंदूर में देश के शौर्य ने बढ़ाया महिलाओं का सम्मान, इसीलिए जिला स्वाभिमान मंच के बैनर तले महिलाएं मानेंगी जवानों का आभार, निकालेंगी शौर्य गौरव यात्रा..

जगदलपुर(प्रभात क्रांति), जगदलपुर शहर के श्रीजगन्नाथ मंदिर में आयोजित हुई जिला स्वाभिमान मंच की पत्रवार्ता, जिला स्वाभिमान मंच की सदस्यों ने बताई शौर्य गौरव यात्रा की रूपरेखा व उद्देश्य, कहा- महिलाओं के लिए गर्व की बात रही है ऑपरेशन सिंदूर की सफलता

जगदलपुर। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारतीय सेना ने अपने शौर्य से देश का मान बढ़ाया है। विशेष रूप से वीर जवानों ने देश की मातृशक्ति के सिंदूर की रक्षा करते हुए उनके सम्मान की रक्षा की है। जवानों ने जिस तरह से अदम्य साहस और बल से शत्रुओं से बदला लिया है, ये भारतीयों और खासकर महिलाओं के लिए गौरव की बात है। जवानों के शौर्य के प्रति आभार और कृतज्ञता व्यक्त करने जिला स्वाभिमान मंच शनिवार 24 मई को दोपहर 3 बजे से ऑपरेशन सिंदूर-शौर्य गौरव यात्रा निकालेगी, जिसकी अगुवानी महिलाएं करेंगी। शौर्य गौरव यात्रा के जरिए महिलाएं देश के प्रति प्रेम और सेना के प्रति सम्मान प्रकट करेंगी। ये बातें जिला स्वाभिमान मंच की सदस्यों ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान कही हैं।

भगवान श्रीजगन्नाथ मंदिर में गुरूवार को आयोजित पत्रवार्ता में मंच की सदस्य कल्पना शर्मा ने बताया कि शौर्य गौरव यात्रा में महिलाएं अपने बच्चों को सैनिक का वेश धारण कर ला सकती हैं। वहीं महिलाओं को पारंपरिक वेशभूषा में इस आयोजन में शामिल होने कहा है। उन्होंने बताया कि मां दंतेश्वरी मंदिर प्रांगण से शनिवार 24 मई को दोपहर 3 बजे से शौर्य गौरव यात्रा निकलेगी, जो शहर के मुख्य मार्गों से होती हुई सिरहासार चौक स्थित शहीद स्मारक में विसर्जित होगी। इसमें देशभक्ति गीत, सैनिकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए शौर्य यात्रा निकलेगी। शौर्य गौरव यात्रा शहर के माईं दंतेश्वरी मंदिर से शुरू होकर मिताली चौक से पैलेस रोड होते हुए संजय बाजार के हनुमान मंदिर चौक से हाता मैदान, बस्तर हाईस्कूल रोड से एमएलबी स्कूल होते हुए गोल बाजार से सिरहासार चौक के रास्ते शहीद स्मारक में विसर्जित होगी।

मंच की सदस्य शारदा पटेल ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर-शौर्य गौरव यात्रा ऐसी सभी वीरांगनाओं के भी पुण्य स्मरण का अवसर होगा, जिन्होंने ऐतिहासिक काल से वर्तमान तक देश और स्वत्व की रक्षा के लिए न केवल अपने प्राणों का बलिदान दे दिया, बल्कि पुरुष वर्ग को भी वीरता के संस्कार दिए। उन्होंने माता जीजाबाई, पन्ना धाय, रानी दुर्गावती, महारानी लक्ष्मीबाई, हांडा रानी, रानी पद्मिनी, राजा दाहर पुत्रियां, सूर्या और परिमला से लेकर आज की व्योमिका सिंह और सोफिया कुरैशी तक की विशाल परंपरा की गौरव गाथा को याद करने का यह अवसर है।

मंच की सदस्य आशा डोडिया ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर-शौर्य गौरव यात्रा के जरिए हम अपने पूर्व सैनिक, वर्तमान सैनिक और शहीद व बलिदानी जवानों और उनके परिवारों का भी आभार व्यक्त किया जाएगा। इन्हीं वीर परिवारों के अपूर्व त्याग के कारण ही हमारे वीर जवान सीमा, देश और हमारी सुरक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देते हैं। उन्होंने जिलेभर के युवाओं से इस कार्यक्रम में उपस्थित होने आह्वान किया है।

मंच की सदस्य संगीता महापात्र ने सभी मातृशक्तियों का आह्वान करते हुए उन्हें विशेष रूप से इस ऑपरेशन सिंदूर-शौर्य गौरव यात्रा में शामिल होने कहा है। उन्होंने कहा कि महिलाएं ही परिवार को संस्कारित करती हैं। ऐसे में परिवार में देशभक्ति का भाग जगाने में महिलाओं की सबसे बड़ी भूमिका होती है। इसके साथ ही उन्होंने सभी संगठन, संस्था और समाजों का भी आह्वान करते उन्हें इस शौर्य गौरव यात्रा में शामिल होने का आग्रह करते कहा कि भारत को मां मानने वाला हर परिवार इस शौर्य यात्रा में शामिल होना चाहिए।

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