सुशासन तिहार 2025: कुवाकोंडा में समाधान शिविर ने लाई ग्रामीणों के चेहरों पर मुस्कान…

कुवाकोंडा(प्रभात क्रांति), जनपद पंचायत कुवाकोंडा के ग्राम पंचायत मडकामीरास में आज सुशासन तिहार 2025 के तहत आयोजित समाधान शिविर ने ग्रामीणों की समस्याओं के त्वरित समाधान का एक शानदार मंच प्रदान किया। मडकामीरास, कोडेनार, कुटरेम, हिरोली, गुमियापाल, समलवार, मदाडी और कडमपाल के सैकड़ों ग्रामीणों ने इस शिविर में हिस्सा लिया, जिसमें उनकी मांगों और शिकायतों का मौके पर ही समाधान किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ:
कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ महतारी और माँ दंतेश्वरी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। इस अवसर पर जनपद पंचायत कुवाकोंडा के अध्यक्ष अनमोल सुकालू मुडामी, जिला पंचायत सदस्य सोमारु कड़ती, जनपद पंचायत सदस्य हीरालाल मरकाम, जोगाराम मंडावी, नीलो मरकाम, संबंधित पंचायतों के सरपंच, पंच और प्रशासनिक अधिकारियों में मुख्य कार्यपालन अधिकारी डिलेश्वर वर्मा, नायब तहसीलदार जीवेश सोरी सहित विभिन्न विभागों के जनपद स्तर के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
शिविर की उपलब्धियाँ:
शिविर में 27 विभागों से कुल 1175 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें 1167 मांगें और 8 शिकायतें शामिल थीं। खास बात यह रही कि 1162 मांगों और सभी 8 शिकायतों का निराकरण शिविर में ही कर दिया गया। शेष 5 मांगों को जल्द से जल्द निपटाने का आश्वासन दिया गया। यह त्वरित कार्रवाई सुशासन की भावना को दर्शाती है।
महिला सशक्तिकरण और सामाजिक पहल:
महिला एवं बाल विकास विभाग ने शिविर में विशेष योगदान दिया। 14 गर्भवती महिलाओं का गोद भराई समारोह आयोजित किया गया और 6 नवजात शिशुओं का अन्नप्राशन कराया गया। इसके साथ ही ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत एक रैली निकाली गई, जिसने जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
स्वच्छता और सुविधाएँ:
15 ग्राम पंचायतों को पीने के पानी की जांच के लिए मशीन किट प्रदान की गई, जिससे स्वच्छ जल की उपलब्धता सुनिश्चित होगी। खाद्य विभाग ने 2 हितग्राहियों को राशन कार्ड वितरित किए, जबकि लोक सेवा गारंटी स्टॉल पर 12 लोगों का आधार अपडेट किया गया और 1 नया आधार पंजीयन हुआ।
विभागवार आवेदन और संकल्प
शिविर में ग्रामीणों ने विभिन्न विभागों में 72 आवेदन प्रस्तुत किए, जिनमें कृषि विभाग (35), पंचायत एवं ग्रामीण विकास (16), क्रेडा (4), पशुपालन (4), विद्युत (3), मत्स्य (2), राजस्व (2), जिला कार्यालय (2), उद्यान (1), स्वास्थ्य (1), और शिक्षा (1) शामिल हैं। प्रशासन ने इन सभी आवेदनों के शीघ्र निराकरण का वादा किया है।
सुशासन का उत्सव:
यह समाधान शिविर सुशासन तिहार 2025 का एक जीवंत उदाहरण रहा, जहाँ प्रशासन और जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित हुआ। ग्रामीणों की समस्याओं का त्वरित समाधान, सामाजिक पहल और जागरूकता अभियान ने इस आयोजन को न केवल सफल बनाया, बल्कि ग्रामीणों के बीच विश्वास और उत्साह भी जगाया। यह पहल छत्तीसगढ़ में सुशासन की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।