छत्तीसगढ़

दान- धर्म का उद्देश्य परोपकार होना चाहिए दिखावा नहीं – तिवारी, एक दिन नहीं, प्रतिदिन होनी चाहिए नारियों का सम्मान

जगदलपुर(प्रभात क्रांति)। मां दंतेश्वरी मंदिर में चल रहे श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के पांचवें दिन रविवार को मां शाकंभरी और सूर्यवंशी राजाओं की कथा का वाचन करते आचार्य पंडित कृष्ण कुमार तिवारी ने कहा कि देवी की कृपा से अन्न- धन है तो दान – धर्म करना भी सीखिए। दान धर्म करना दिखावा नहीं। इसका उद्देश्य परोपकार होना चाहिए। सुहागन स्त्री का एक ही धर्म है। मन, कर्म और वचन से पति से प्रेम कीजिए। पति से श्रेष्ठ कोई दूसरा पुरुष नहीं है। आजकल संयम और समन्वय का अभाव बढ़ा है इसलिए संबंध विच्छेद अर्थात तलाक ज्यादा हो रहे हैं। याद रहे आपके पिछले कर्मों के आधार पर पति मिले हैं। इसे समझें।यह पुनर्जन्म और पितरों को मानने वाला देश है। पत्नी पति को तारने वाली होती है।

श्रीमती में श्री का अर्थ लक्ष्मी और मती का अर्थ सरस्वती है। इसलिए पति को भी चाहिए कि वह श्रीमती का सम्मान करें। एक दिन महिला दिवस मनाने से कुछ नहीं होता। महिला का सम्मान रोज होना चाहिए। श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के दौरान मां शाकंभरी की प्रेरक कथा का वर्णन आया। दुर्गम नामक राक्षस सभी साधु- संतों से वेद- मंत्र आदि छीन लिया था। साधु- संतों ने अपने स्तर पर देवी का आव्हान किया। सैकड़ो वर्षों बाद जब देवी प्रकट हुई और धरती की स्थिति देख व्याकुल हुईं। उसके शरीर में हजारों आँखें उभर आई। इन आंखों से लगातार अश्रुधारा बहने लगी। जिससे धरती में साग सब्जी उपजने लगे, तत्पश्चात मां शाकंभरी ने दुर्गम का वध कर वेद मंत्रों की रक्षा की। यही देवी शताक्षी के नाम से भी विख्यात है। उल्लेखनीय है कि बस्तर का एकमात्र शाकंभरी माता मंदिर जगदलपुर में इंद्रावती नदी किनारे खड़कघाट में है।

आचार्य ने कहा कि भोजन करने के पहले मां अन्नपूर्णा और माता शाकंभरी का स्मरण जरूर करना चाहिए।
दन्तेश्वरी चालीसा का पाठ श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के तहत प्रतिदिन अनुष्ठान स्थल में मां दंतेश्वरी चालीसा का नियमित सस्वर पाठ भी हो रहा है। शनिवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व जगदलपुर विधायक किरण सिंह देव भी चालीसा पाठ में शामिल हुए तथा आचार्य सहित संगीतकारों को वस्त्र भेंट किए।

स्कंधमाता की निकाली पालकी

श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के पांचवें दिन देवांगन समाज द्वारा मां स्कंदमाता की पालकी को नगर भ्रमण कराया गया। मांईजी की पालकी पैलेस रोड होते हुए दंतेश्वरी मंदिर पहुंची। यहां महाआरती पश्चात प्रसाद वितरित किया गया।
आज के अनुष्ठान श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के तहत सोमवार 10 मार्च को दंतेश्वरी चालीसा, मां कात्यायिनी महात्म, श्री राधारानी की कथा, मां कथा सुनाई जाएगी। इसके साथ मां कात्यायनी की छठवीं पालकी नगर भ्रमण करेगी।

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