जातिगत मामला को लेकर आदिवासी द्वारा भारत बंद बस्तर संभाग में रहा सफल, वही ग्राम पंचायत भोण्ड में भारत बंद को दरकिनार कर बुलाई गई ग्राम पंचायत की बैठक….देखें विड़ियों:-
जगदलपुर(प्रभात क्रांति), भारत में आदिवासी समाज के द्वारा सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर दिनांक 21 अगस्त 2024 सम्पूर्ण भारत बंद का आह्वान किया गया जिसका असर भी बस्तर संभाग एवं अन्य राज्यों में दिखने को मिला ।
वही बस्तर जिला जगदलपुर के जनपद पंचायत बस्तर के ग्राम पंचायत भोण्ड में भारत बंद के दौरान आम सभा की बैठक आहूत की गई जिसमें जिला पंचायत सदस्य गणेश राम बघेल, ग्राम पंचायत के सरंपच एवं सचिव के उपस्थिति में बैठक आहूत की गई जिसमें ग्राम पंचायत के समस्त ग्रामीण उपस्थित रहे ।
इस बैठक में गणेश राम बघेल जिला पंचायत सदस्य, सरपंच एवं सचिव के द्वारा बैठक आहूत कर आदिवासी समाज के द्वारा किये जा रहे भारत बंद को दरकिनार किया गया तथा इस बैठक में ग्राम पंचायत स्तर में ग्रामीणों को संचालित विकास योजनाओं की जानकारी दी गई तथा आगामी समय में योजनाओं को लेकर रूपरेखा भी तैयार किया गया ।
वही इस बैठक में पूर्व सरपंच सोन सिंह बघेल ने कहा कि भारत बंद के तहत सरकार के द्वारा विपक्ष में बैठे कांग्रेस नेता एवं अन्य पार्टियों के द्वारा सम्पूर्ण भारत बंद का आह्वान किया गया है इसी दौरान ग्राम पंचायत भोण्ड में सरपंच के द्वारा बैठक आयोजित किया जाना निंदनीय है तथा उन्होंने कहा कि जब आदिवासी अपने हित को लेकर सम्पूर्ण भारत बंद कर रहे है वही ग्राम पंचायत भोण्ड के सरपंच एवं जिला पंचायत सदस्य सदस्य गणेश राम बघेल के द्वारा खुलकर भारत बंद को दरकिनार कर आम सभा बुलाई गई जो कि उचित नही है ।
वही इस बैठक में जिला पंचायत सदस्य गणेश राम बघेल एवं ग्राम पंचायत सरंपच ने कहा कि भारत बंद से आदिवासियों की आरक्षण से हमे कोई लेना देना नही है तथा ग्राम पंचायत के विकास के तर्ज पर उन्होंने भारत बंद की ओर ध्यान केन्द्रित न कर ग्राम पंचायत के विकास की बात को लेकर बैठक आहूत की गई जिसमें ग्राम पंचायत के सरपंच एवं जिला पंचायत के सदस्य, गणमान्य नागरिक एवं सचिव उपस्थित हुए जिसमंे पूर्व सरपंच सोनसिंह बघेल एवं उनके सहयोगी लादू राम कश्यप एव अन्य लोग उपस्थित रहे ।
इस बैठक में पूर्व सरपंच सोनसिंह बघेल ने कहा कि आदिवासियों के द्वारा जातिगत मामला को लेकर भारत बंद तथा सुप्रीम कोर्ट के फैसला वापस लेने को लेकर भारत बंद कर सभी आदिवासी सड़क पर उतर कर हड़ताल कर रहे थे वही ग्राम पंचायत भोण्ड के सरपंच के द्वारा आदिवासी होने के बावजूद भी आदिवासियों के हित की बात न कर ग्राम पंचायत की आमसभा बैठक आहूत करना कई संदेह को जन्म देता है ।
देखें विड़ियों:-