छत्तीसगढ़

जिला.प्रशासन के निर्देशो का अधीक्षक को परवाह नही । एक बार फिर भ्रष्टाचार के भेंट चढने के कगार में पुसगुडी सड़क…

ब्यूरो चीफ राजेश कुमार :-

बीजापुर(प्रभात क्रान्ति), फील्ड विज़िट में मीडीया प्रतिनिधि मोदकपाल से पुसगडी को जोडने वाली सड़क से गुज़रे तो पाया कि बीते सत्र मे भ्रष्टाचार के चलते गुणवत्ता विहीन सड़क विवादो के सुर्खियों में बना रहा सड़क का कार्य एक फिर बरसात के दिनों में लीपापोती कर अंजाम देने के मंशा से प्रारंभ किया जान पड रहा हैं , वही सड़क पर बिछाया गया गिट्टी के उपर ठेकेदार के द्वारा निम्न स्तर का मिट्टी नुमा मुरुम ना के बराबर बिछाया जा रहा है , कार्य स्थल में मौजूदा ठेकेदार औपचारिक चर्चा में विभाग से उक्त मुरुम का परिक्षण कराएं जाने का पल्ला झाड़ दिया , ततपश्चात आगे पुसगुडी बालक आश्रम की.व्यवस्था देखने मीडिया प्रतिनिधि आश्रम पहुंचे तो नन्हें मुन्ने बच्चो को पोष्टिक आहार मिले इसके लिए जिला प्रशासन के द्धारा बकायदा हजारों रुपए खर्च बनवाएं मीनू चार्ट आश्रम और स्कूल के दीवार में कई नजर नही आया , मीनू चार्ट को लेकर अधीक्षक को सवालों के घेरे में लिया तो बाहर दीवार मे टांगने के बजाय अंदर दबाकर रखने की बात उभरकर सामने आया हैं , मीनू चार्ट को बाहर टांगने के मसले में अधीक्षक ने कहा यहां के शिचुएशन से मीडिया वाकिफ़ नही हैं , इसके पीछे का असल मंजरा क्या है समझ से परे हैं , आश्रम की अव्यवस्था को सार्वजनिक करने से मीडिया पर भयदोहन करना या फिर आश्रम में पढाई करने वाले जागरूक बच्चो को उनके हक और अधिकार से वंचित रखना या किसी दिन मीनू के अनुसार साग सब्जी नही मिलने से पढे लिखे जागरूक होनहार बच्चे अधीक्षक से आज उनके थाली से फला-फला साग सब्जी क्यों गायब है यह पूछ न सके , अधीक्षक का असहज व्यवहार से जान पडता है कि आश्रम में जाने वालो पर किसी तरह भयदोहन कर उन्हें रोक दिया जाय , ताकि अव्यवस्था में आश्रम का संचालन हो सके , खबर प्रकाशित ना हो उसके एवज में सहयोग करने का प्रयास बात करने लगा , ऐसे भी अधीक्षक का आदतन उलझने का हैं , बता दें कि तत्कालीन अधीक्षक रत्ती राम नेताम के बाद आश्रम का व्यवस्था पूरी तरह डगमगाता नजर आ रहा हैं , अधीक्षक जिला प्रशासन के निर्देशो का खुलेआम कत्लेआम करने में आमादा हैं , विदित हो कि जिला प्रशासऩ अनुराग पांडेय शिक्षा के प्रति और बच्चों के भोजन से लेकर स्वास्थ्य बुनियादी सुविधाओं के मसले में जिले के समस्त आश्रम छात्रावासों के अरदली तथा रसोइयों का.बैठक लेकर किसी तरह का लापरवाही बरतने से सजग रहने की हिदायत दी गई , बावजूद इसके आश्रम अधीक्षक के कान में जूं तक नही रेग रहा हैं , इससे सहज अंदाज़ लगाया जा सकता है की अधीक्षक जिला प्रशासन और जिला शिक्षा अधिकारी तथा सहायक आयुक्त के निर्देशो का परहेज करने से बाज नही आ रहा है ।

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