आसना जंगल के बीचों-बीच पूंजीपखना में बन रहा पूंजेश्वरी मंदिर, धार्मिक पर्यटन की नई पहचान बनने की संभावना

जगदलपुर (प्रभात क्रांति)। बस्तर जिले के जनपद पंचायत बकावण्ड अंतर्गत वन परिक्षेत्र के घने जंगलों के मध्य पूंजीपखना में स्थित भगवान पूंजेश्वरी शिव मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से जारी है। यह मंदिर प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक आस्था का संगम बनता जा रहा है।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि पहले इस स्थान पर पत्थर पर पेड़ की टहनियाँ चढ़ाकर वन देवी की पूजा-अर्चना की जाती थी। ग्रामीणों की वर्षों पुरानी आस्था और मांग को देखते हुए वन विभाग के सहयोग से वन सुरक्षा समिति, झाड़उमर गांव के माध्यम से इस मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है।
जंगल के बीच स्थित यह मंदिर चारों ओर से घने हरे-भरे पेड़ों, पौधों और फूलों से घिरा हुआ है, जिससे इसका दृश्य अत्यंत मनमोहक बन गया है। यहां का शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य श्रद्धालुओं और आगंतुकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि मंदिर के पूर्ण निर्माण के बाद यह क्षेत्र धार्मिक पर्यटन का नया केंद्र बन सकता है।
स्थानीय लोगों में मंदिर के निर्माण को लेकर विशेष उत्साह देखा जा रहा है। उनका मानना है कि इससे न केवल धार्मिक महत्व बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
हालांकि, श्रद्धालुओं ने यह भी बताया कि वर्तमान में मंदिर परिसर में पेयजल की व्यवस्था नहीं है। ग्रामीणों ने विभाग से अनुरोध किया है कि शीघ्र ही सौर ऊर्जा आधारित जल सुविधा स्थापित की जाए, ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
वन विभाग द्वारा पौधरोपण और सौंदर्यीकरण का कार्य भी किया जा रहा है। अगर रखरखाव सही ढंग से किया गया तो पूंजीपखना स्थित यह पूंजेश्वरी मंदिर आने वाले समय में बस्तर का एक प्रमुख धार्मिक और पर्यटन स्थल बन सकता है।