पेट्रोल पंप में मीटर का खेल — ग्रामीणों से की जा रही अवैध वसूली, कार्रवाई की मांग तेज…..देखें वीडियो

जगदलपुर (प्रभात क्रांति), बस्तर जिला के जनपद पंचायत बकावण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत तारापुर, जो शहर जगदलपुर से लगभग 25 किलोमीटर दूर और उड़ीसा बॉर्डर से सटा हुआ क्षेत्र है, यहां लंबे समय से पेट्रोल पंप की मांग थी। पेट्रोल पंप न होने से ग्रामीणों और राहगीरों को मजबूरी में किराना दुकानों से ही पेट्रोल खरीदना पड़ता था, जहां इसे अवैध रूप से 120 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बेचा जाता रहा।
ग्रामीणों की सुविधा के लिए राज्य सरकार और इंडियन ऑयल ने मिलकर तारापुर में दंतेश्वरी फ्यूल्स पेट्रोल पंप की शुरुआत की, ताकि लोगों को वाजिब दाम पर पेट्रोल-डीजल उपलब्ध हो सके। लेकिन अब यही पेट्रोल पंप ग्रामीणों को राहत देने के बजाय उनके साथ धोखाधड़ी कर रहा है।
पेट्रोल-डीजल में “काटा” मारने का आरोप
स्थानीय लोगों का कहना है कि पंप पर 5 लीटर से कम पेट्रोल डलवाने पर मशीन को शून्य नहीं किया जाता। जबकि नियम के अनुसार हर बार पेट्रोल डालने से पहले मीटर को शून्य दिखाना अनिवार्य है।
सेल्समैन और मैनेजर का कहना है कि “इंडियन ऑयल के नियम के मुताबिक 5 लीटर पूरा होने के बाद ही शून्य किया जाता है।”
लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि इस बहाने उन्हें पूरा पेट्रोल नहीं दिया जाता। उदाहरण के लिए — अगर कोई 1 लीटर पेट्रोल डलवाता है, तो मशीन शून्य न दिखने से सही मात्रा मिलना संदिग्ध रहता है। यही नहीं, कई बार एक लीटर की जगह पौना लीटर ही दिया जाता है, जिससे ग्रामीणों से सीधे-सीधे लूट हो रही है।
विभाग की मिलीभगत पर सवाल
ग्रामीणों का आरोप है कि इंडियन ऑयल और खाद्य विभाग की मिलीभगत से यह खेल चल रहा है। क्योंकि शिकायत करने पर भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
कार्रवाई की मांग
ग्रामीणों ने मांग की है कि पेट्रोल पंप प्रबंधन की तत्काल जांच की जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो। साथ ही, पेट्रोल पंप पर पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए ताकि लोगों को ठगे जाने से बचाया जा सके।
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