शव वाहन और मरच्यूरी सुविधा से वंचित बकावण्ड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, ग्रामीणों को झेलनी पड़ रही भारी परेशानी
‘‘ग्रामीणों की शव वाहन की मांग’’

जगदलपुर (प्रभात क्रांति)। बस्तर जिले के जनपद पंचायत बकावण्ड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन एवं मरच्यूरी की सुविधा न होने के कारण ग्रामीणों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि सड़क दुर्घटना, डूबने, आत्महत्या या अन्य हादसों की स्थिति में शव का पोस्टमार्टम बकावण्ड सीएचसी में तो हो जाता है, लेकिन शव को घर तक ले जाने के लिए शव वाहन उपलब्ध नहीं रहता है । मजबूरी में लोगों को शव को पिकअप, ऑटो, ट्रैक्टर, यहां तक कि दोपहिया वाहनों पर भी ले जाना पड़ता है, जो न केवल असुविधाजनक बल्कि अमानवीय भी है।
स्थानीय निवासियों ने कहा कि शासन-प्रशासन द्वारा हर स्वास्थ्य केंद्र पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने की घोषणा तो की जाती है, लेकिन ब्लॉक मुख्यालय जैसे महत्वपूर्ण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर शव वाहन और मरच्यूरी जैसी आवश्यक सुविधा का अभाव समझ से परे है।
ग्रामीणों ने राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग से मांग की है कि तत्काल बकावण्ड सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन और मरच्यूरी की व्यवस्था की जाए, ताकि मृतक के परिवारजनों को शव घर तक ले जाने में और अपमानजनक परिस्थितियों का सामना न करना पड़े।