देवी महात्म का श्रवण सौभाग्य की बात- कृष्णा महाराज, आठवीं पालकी में सवार महागौरी की पालकी निकली गई , सेवादारों को भेंट की धान से बनी मां दंतेश्वरी प्रतिमा…

जगदलपुर(प्रभात क्रांति)। मां दंतेश्वरी मंदिर में जारी श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के आठवें दिन मां महागौरी की अष्टम पालकी निकल गई। वहीं देवी भागवत के सेवादारों को धान से बनी मां दंतेश्वरी प्रतिमा भेंट की गई। इस मौके पर कथा बाँचते हुए महामाया धाम से पधारे भागवताचार्य पंडित कृष्ण कुमार तिवारी ने कहा कि जो व्यक्ति देवी महात्म का श्रवण करता है। उसे सौभाग्यशाली माना जाता है। जगदलपुर के नगरवासी बड़े सौभाग्यशाली हैं। जो बस्तर की आराध्य मां दंतेश्वरी के दरबार में बैठकर श्रीमद देवी भागवत महापुराण का श्रवण कर रहे हैं।
श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के आठवें दिन बुधवार को मां मनसा देवी, गायत्री माता तथा रुद्राक्ष उत्पत्ति की कथा सुनाई गई। आचार्य ने कहा कि कश्यप ऋषि की मंशा के अनुरूप देवी प्रकट हुई इसलिए उनका नाम मनसा देवी रखा गया। मनसा देवी से प्रकट हुई हैं मंगला माता। जो व्यक्ति मांगलिक है। उसे मंगला देवी की पूजा- उपासना करनी चाहिए।
इस कार्यक्रम में अतिथि महापौर संजय पांडे और छत्तीसगढ़ मछुआ कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष एमआर निषादराज ने श्रीमद् भागवत महापुराण में 9 दिनों तक सतत सेवा करने वाले सहयोगियों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम के दौरान अतिथि महापौर संजय पांडे द्वारा श्रीमद् देवी भागवत महापुराण के दौरान लगातार नौ दिनों तक सेवा देने वाले सेवादारों के अलावा भागवताचार्य, परायणकर्ता तथा संगीत पक्ष के कलाकारों को धान से बनाई गई बस्तर की आराध्या मां दंतेश्वरी की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में विभिन्न समाजों के प्रतिनिधि, बड़ी संख्या माताएं उपस्थित रही।
पाठ के बाद पालकी भ्रमण
शाम को मां दंतेश्वरी चालीसा का सामूहिक सस्वर पाठ के बाद पंजाब सनातन सभा द्वारा मां महागौरी की अष्टम पालकी निकली गई। यह पालकी मंदिर की यज्ञशाला से सिरहासार चौक से गोल बाजार चौक, मिताली चौक, पैलेस रोड होते हुए वापस मंदिर पहुंची।
आज के अनुष्ठान
गुरुवार 13 मार्च को श्रीमद् भागवत महापुराण की नवम दिवस की कथा सुबह 8 बजे प्रारंभ होगी। कथा समाप्ति पश्चात हवन यज्ञ, मां सिद्धिदात्री की नवम पालकी निकली जाएगी। पालकी के मंदिर लौटते ही महाआरती की जायेगी,पश्चात प्रसाद वितरित किया जाएगा।