दक्षिण बस्तर में लिखा गया जन सरोकारों का नया इतिहास…

ब्यूरो चीफ राजेश कुमार झाड़ी की रिपोर्ट :-
बीजापुर (प्रभात क्रांति), बीजापुर जिला के दक्षिण बस्तर के सुदूर अंचलों में लोकतंत्र की बयार तेजी से बह रही है। वर्षों से नक्सलवाद का दंश झेल रहे, विकास और मूलभूत आवश्यकताओं से वंचित इस क्षेत्र में द्रुत गति से बदलाव आ रहे हैं। इसी क्रम में दिनांक 28 /02 /2025 को बीजापुर जिले के तर्रेम थाना अन्तर्गत केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल 153 बटालियन के चुटवाही कैंप मे सिविक एक्शन प्रोग्राम का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय जनता का हुजूम उमड़ पड़ा। चुटवाही के आसपास स्थित टेकलगुड़ेम, नरसापुर, कोत्तागुड़ा, चिन्नगेलूर, गुंडम, पेद्दागेलूर आदि गांवों से बड़ी संख्या में लोग चुटवाही कैंप पहुंचे, जहां सीआरपीएफ के छत्तीसगढ़ सेक्टर के आईजी राकेश अग्रवाल, डीआईजी एन के सिंह, डीआईजी डी एस नेगी, एसपी बीजापुर जितेंद्र यादव के साथ ही कई वरिष्ठ अधिकारियों ने उनका खुले दिल से स्वागत किया।
जनता से बात करते हुए आईजीपी छत्तीसगढ़ राकेश अग्रवाल ने कहा की केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल इस क्षेत्र में शांति की बहाली और नक्सलवाद के खात्मे के लिए दृढ़ प्रतिज्ञ है। उन्होंने ग्रामीणों का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को स्कूल भेजें तथा किसी भी समस्या के लिए नजदीकी कैंप में संपर्क करें। उनकी सभी समस्याओं का निदान कैम्प के माध्यम से किया जाएगा । सिविक एक्शन प्रोग्राम के अंतर्गत जहां ग्रामीणों को रोजमर्रा की चीजें जैसे साइकिल, कम्बल, साड़ी, धोती, कृषि उपकरण आदि प्रदान की गईं, वहीं स्थानीय गांवों से आए हुए युवाओं को खेल सामग्री का भी वितरण किया गया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में आए छोटे बच्चों को स्कूल ड्रेस, बैग, कापी, किताब, स्टेशनरी आदि प्रदान किए गए ।
इस कार्यक्रम में विशेष चर्चा में रही लक्ष्मी मांडवी जिसने स्थानीय फूलों का गुलदस्ता देकर आईजीपी राकेश अग्रवाल का स्वागत किया और सीआरपीएफ कैंप लगने से हो रहे विकास और बदलाव को पुलिस महानिरीक्षक के समक्ष रेखांकित किया। उसने ग्रामीणों की ओर से सड़क निर्माण व बस चलाये जाने के लिए महानिरीक्षक महोदय के समक्ष सुरक्षा बलों व प्रशासन का आभार व्यक्त किया।वहीं स्थानीय मुखिया लोगों ने बस्तर की विशेष टोपी पहनाकर अधिकारियों का स्वागत किया।
चुटवाही निवासी दिव्यांग माडवी नंदा ने भी कार्यक्रम में भाग लिया।ध्यातव्य है कि पिछले साल नक्सलियों द्वारा लगाई गई एक आईइडी विस्फोट में नंदा का एक पैर गंभीर रूप से घायल हो गया था जिसका इलाज सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने करवाया और आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध कराए जिससे अब वह चलने फिरने में समर्थ है। सिविक एक्शन प्रोग्राम के तहत ग्रामीणों के लिए भोज की भी व्यवस्था की गईl कार्यक्रम के अंत में कमांडेंट 153 बटालियन अमित कुमार ने पधारे हुए सभी ग्रामीणों एवं अतिथियों का आभार व्यक्त किया और जन सरोकारों के प्रति 153 बटालियन के दृढ़ संकल्प को पुनः दोहराया।