डाईट बस्तर कार्यालय के कर्मियों का चल रहा तंगी हालात…एक-एक रूपये के लिए हो रहे मोहताज…..आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशान है कर्मचारी…….
जगदलपुर(प्रभात क्रांति), बस्तर जिला जगदलपुर के जनपद पंचायत बस्तर में राज्य सरकार के द्वारा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट बस्तर) परीक्षा पूर्व प्रशिक्षण केन्द्र के नाम से शाखा स्थित है जिसमें कई शिक्षको की नियुक्ति की गई है जो वर्तमान में यहां कार्यरत है, वही इस विभाग में नियुक्त कर्मचारियों को कई समस्याओं का करना पड़ रहा है ।
विगत पांच वर्षो में कांग्रेस सरकार में उन्होंने कई समस्याओं को दरकिनार कर अपना कार्य ईमानदारी से करते आ रहे है परन्तु इनकी समस्या दिन ब दिन बढ़ने के कारण से उन्हें मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है इन कर्मचारियों को एक-एक रूपये का मोहताज होना पड़ रहा है उन्हें खाने के लिए लाले पड़ गये वही. वही डी.डी.ओ. की पदस्थापना नही होने के कारण से तीन माह से डाइट बस्तर के कर्मियों का वेतन रूका हुआ है।
यहां के कर्मियों के द्वारा जटिल से जटिल समस्या का समाधान किया जाकर सरकार को आगे बढ़ाने में एक अहम भूमिका रहती है । परन्तु चिराग तले अंधेरे को दर्शाते हुए यह भी देखा जा सकता है कि यह संसार के सभी ज्ञानियों को ज्ञान देने वाले शाखा में तीन माह से वेतन नही मिलने के कारण से कुछ कर्मचारियों का जीना दुभर हो गया है इन्हें वेतन सही समय पर नही मिलने के कारण बैंक लोन, बीमार लोगों की दवाई, बाल बच्चों की शिक्षा जैसे कई समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है अभी वर्तमान में त्यौहार का सीजन है जिसमें नवरात्रि, दशहरा, दिपावली जैसे मुख्य त्यौहार होने के कारण भी वेतन का भुगतान नही होने से उन्हें आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
कर्मचारियेां के द्वारा बताया गया कि तीन माह से डी.डी.ओ. नही होने के कारण से वेतन अप्राप्त है वही शिक्षा विभाग के संबंधित अधिकारियों को इस संबंध में शिकायत करने के बाद भी कार्यवाही नही की जा रही है, जिससे डाईट बस्तर के सभी कर्मचारियों को आर्थिक एवं मानसिक रूप से परेशानियांे का सामना करना पड़ रहा है । किसी भी अधिकारी को इस बात की कोई फिक्र नही है । ज्ञात हो कि पांच वर्ष के कार्यकाल में सरकार ने कई पद रिक्त रखे है एवं कई पद प्रभार में दिये है तथा कई ऐसे जो मुख्य रिक्त पद को भरने में सरकार नाकाम है जो कि दुर्भाग्यजनक स्थिति को दर्शाता है ।