छत्तीसगढ़

ग्राम पंचायत तुंगापाल की राशन दुकान में भारी धांधली, ग्रामीणों ने एसडीएम व तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन,ग्रामीणों ने विक्रेता पर हेराफेरी के गंभीर आरोप लगाए, कार्रवाई की मांग…देखें वीडियों –

जगदलपुर (प्रभात क्रांति)। बस्तर जिले के जनपद पंचायत बकावंड अंतर्गत ग्राम पंचायत तुंगापाल में संचालित उचित मूल्य की राशन दुकान में गंभीर अनियमितताओं और हेराफेरी के आरोप लगे हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने एसडीएम और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर जांच व कार्रवाई की मांग की है।

ग्राम पंचायत तुंगापाल जंगली और अत्यधिक पिछड़ा क्षेत्र है, जहां मुख्यतः कम पढ़े-लिखे आदिवासी परिवार निवास करते हैं। ग्रामीणों की सुविधा के लिए तुंगापाल के साथ-साथ ग्राम कोरटा क्षेत्र के लोगों को भी इसी दुकान से राशन वितरण की व्यवस्था की गई है।

यह दुकान बिरेन्द्र बघेल पिता लखमा बघेल द्वारा संचालित की जाती है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिरेन्द्र बघेल पिछले पांच वर्षों से राशन दुकान का संचालन कर रहा है, और लगातार राशन वितरण में हेराफेरी व अनियमितता कर रहा है।

ग्रामीणों के अनुसार, वर्ष 2024-25 में तीन माह का चावल एक साथ आने पर उसने अप्रैल माह में केवल दो माह का चावल वितरित किया, जबकि एक माह का चावल गायब कर लिया गया। यही नहीं, बिरेन्द्र बघेल हर माह का चावल अगले माह में वितरित करता है, जैसे जनवरी का चावल फरवरी में, फरवरी का मार्च में, जिससे हर बार एक माह का राशन विलोपित हो जाता है।

ग्राम सरपंच लैखनराम बघेल और पंचायत के अन्य पंचों ने भी ग्रामीणों की बात का समर्थन करते हुए कहा कि विक्रेता बिरेन्द्र बघेल ने एक माह का चावल हजम कर लिया है। सितम्बर माह का चावल अक्टूबर में और अक्टूबर का नवम्बर में दिया जा रहा है, जिससे हर बार एक माह का स्टॉक कम दिख रहा है।

खाद्य विभाग के निरीक्षक ने भी पुष्टि की है कि तुंगापाल पंचायत से लंबे समय से राशन हेराफेरी की शिकायतें मिल रही हैं, लेकिन जांच अब तक पूरी नहीं हुई है। विभागीय स्तर पर विक्रेता का हिसाब निकालकर दुकान को पंचायत के अधीन करने की प्रक्रिया प्रस्तावित है, परंतु कार्यवाही लंबित है।

ग्रामीणों ने बताया कि जब वे खेती-किसानी में व्यस्त रहते हैं, तब विक्रेता बिरेन्द्र बघेल उनके घर जाकर किसी भी सदस्य का अंगूठा लगवाकर झूठा वितरण दर्शाता है और चावल व अन्य सामग्री स्वयं उपयोग कर लेता है।

पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा 28 अक्टूबर को गोदाम की जांच के दौरान 94 बोरा चावल का डीओ कटा हुआ मिला, जबकि शक्कर और चना का स्टॉक मौजूद नहीं था।

लगातार अनियमितता से परेशान ग्रामीणों ने एसडीएम और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर तत्काल जांच कर शेष राशन की आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा विक्रेता बिरेन्द्र बघेल को तत्काल हटाने की मांग की है।

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