जगदलपुर में स्वास्थ्य पर खतरा, नाश्ते में पुड़ी-समोसा परोसने में न्यूजपेपर का उपयोग, यह लापरवाही कैंसर तक का कारण बन सकता है….

जगदलपुर(प्रभात क्रांति)। जगदलपुर शहर के कई नाश्ता ठेलों और दुकानों में पुड़ी, समोसा एवं अन्य तली हुई खाद्य सामग्रियां सीधे अखबार (न्यूजपेपर) में परोसकर ग्राहकों को दी जा रही हैं। यह प्रचलन न केवल नियमों के खिलाफ है बल्कि आम लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार न्यूजपेपर में प्रयुक्त इंक (स्याही) में सीसा, क्रोमियम और कार्बन जैसे हानिकारक केमिकल पाए जाते हैं। जब गरम-गरम पुड़ी या समोसा इस पर रखा जाता है तो यह केमिकल खाने में घुलकर शरीर में प्रवेश करते हैं, जो गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं।
स्वास्थ्य पर संभावित खतरे-
- अगर आप आज गरम पुड़ी.समोसा न्यूजपेपर पर रखकर खा रहे हैं, तो समझ लीजिए आप धीरे.धीरे अपने शरीर में जहर घोल रहे हैं। यह केवल एक लापरवाही नहीं, बल्कि जानलेवा आदत है।
- कैंसर का खतरा – लंबे समय तक ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से कैंसर की संभावना बढ़ सकती है।
- पाचन तंत्र संबंधी समस्या – दस्त, पेट दर्द, गैस और अल्सर की समस्या।
- लीवर और किडनी पर असर – जहरीले रसायन आंतरिक अंगों को प्रभावित कर सकते हैं।
- त्वचा और हार्मोन संबंधी विकार – केमिकल्स हार्मोनल असंतुलन और त्वचा रोग पैदा कर सकते हैं।
देश में पहले हुए मामले / सरकारी चेतावनियाँ
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FSSAI ने चेतावनी जारी की
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (FSSAI) ने विशेष रूप से कहा है कि “न्यूज़पेपर में पैक / सर्व / स्टोर किए गए खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं।”
स्याही (ink) में ऐसे रसायन होते हैं जो लंबे समय में पाचन खराबी, जहरीले प्रभाव और कैंसर जैसे रोगों का कारण बन सकते हैं। -
पुडुचेरी में बैन आदेश
पुडुचेरी के फूड सेफ्टी विभाग ने आदेश दिया है कि न्यूज़पेपर का उपयोग खाद्य सामग्री परोसने, स्टोर करने या पैक करने के लिए बिल्कुल न किया जाए क्योंकि धूल, स्याही और बैक्टीरिया के कारण ये आम लोगों की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं। -
केरल में प्रतिबंध
थिरुवनंतपुरम सहित केरल राज्य में न्यूज़पेपर या अन्य प्रिंटेड पेपर का उपयोग करके खाने को पैक करने / परोसने पर प्रतिबंध लगाया गया है। -
भोपाल / मुंबई / अन्य महानगरों में नियम लागू
मुंबई में FDA और FSSAI ने कई बार चेतावनी दी है कि सड़क किनारे वाले ठेले वाले और दुकानें न्यूज़पेपर परोसने का चलन छोड़ें, क्योंकि यह अनियमित है और स्वास्थ्य को जोखिम में डालता है।पुडुचेरी, केरल और मुंबई जैसे शहरों में तो इस पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। ऐसे में सवाल उठता है कि जगदलपुर में अब तक क्यों लापरवाही हो रही है?
ग्रामीण और आम लोग अनजाने में इस ‘धीमी ज़हर’ का शिकार हो रहे हैं। यहाँ के ठेले और दुकानदार नियमों की धज्जियाँ उड़ाकर सिर्फ़ अपनी सुविधा के लिए लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर रहे हैं।
अब समय आ गया है कि जगदलपुर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी दूसरे राज्यों की तरह सख़्त कदम उठाए और न्यूज़पेपर में पुड़ी-समोसा परोसने पर तत्काल रोक लगाए।
यह केवल स्वास्थ्य का ही नहीं, बल्कि आम जनता के जीवन से जुड़ा सवाल है। जब तक इस पर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक हर रोज़ लोगों की थाली में ज़हर परोसा जाता रहेगा।
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जागरूकता संदेश –
आम जनता को चाहिए कि नाश्ता लेते समय दुकानदारों को सचेत करें और न्यूजपेपर में पुड़ी-समोसा लेने से मना करें। यह केवल उनकी सेहत ही नहीं बल्कि परिवार की सुरक्षा से भी जुड़ा हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग से भी अपील है कि इस पर तुरंत कार्रवाई कर दुकानदारों को वैकल्पिक पैकेजिंग (जैसे फूड ग्रेड पेपर या प्लेट) का उपयोग करने के लिए बाध्य किया जाए।