बीजापुर मुठभेड़ में कुल 07.00 लाख रूपये के 02 ईनामी माओवादी ढेर, मुठभेड़ में मारे गये दोनों माओवादी ग्राम पेददाकोरमा के 03 ग्रामीण, मनकेली के 01ग्रामीण एवं तोड़का के 01 शिक्षादूत की निर्मम हत्या करने की घटना में शामिल थे…

बीजापुर(प्रभात क्रांति), बीजापुर जिले के दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में मनकेली के जंगलों में माओवादियों की मौजूदगी की जानकारी के आधार पर सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
मुठभेड़ स्थल से 01- .303 रायफल, 01 नग बीजीएल लांचर सहित विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संगठन संबंधी अन्य सामान भी बरामद किए गए।
पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि जिले के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में माओवादी कैडर की गतिविधियों की विश्वसनीय सूचना के आधार पर डीआरजी, एसटीएफ एवं कोबरा 202, 205 की टीम द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया।
अभियान के दौरान दिनांक 17.09.2025 को दोपहर लगभग 15:00 बजे जिला बीजापुर के थाना बीजापुर क्षेत्रांतर्गत मनकेली के जंगल में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ पश्चात घटना स्थल की सर्चिंग के दौरान 02 माओवादियों के शव के साथ 01- .303 रायफल, 01 नग बीजीएल लांचर, विस्फोटक सामग्री एवं नक्सल संबंधी अन्य सामान भी बरामद किया गया।
प्रारंभिक तौर पर मृत माओवादियों की पहचान
1. रघु हपका, उम्र 33 वर्ष निवासी पेद्दाकोरमा थाना बीजापुर जिला बीजापुर पदनाम- एसीएम, गंगालूर एरिया मिलिट्री कमांड सदस्य, ईनाम- 05.00 लाख रूपये
2. सुक्कु हेमला, उम्र 32 वर्ष निवासी बोड़ला पुसनार थाना बीजापुर जिला बीजापुर पदनाम पार्टी सदस्य, पेद्दाकोरमा आरपीसी मिलिशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर, ईनाम – 02.00 लाख रूपये
मुठभेड़ स्थल से बरामद सामग्री विवरण
1. 01नग- 303 रायफल, 01 मैग्जीन 04 जिंदा राउण्ड
2. 01 नग- बीजीएल लांचर, 03 सेल
3. बैटरी, कार्डेक्स वायर, सेफ्टी फ्यूज, पिटठू, माओवादी वर्दी, दवाईया एवं माओवादी सामग्री
मुठभेड़ में मारे गये दोनों माओवादी थाना बीजापुर क्षेत्रान्तर्गत दिनांक 17/06/2025 को ग्राम पेद्दाकोरमा में 01 छात्र सहित कुल 03 ग्रामीणो की निर्मम हत्या करने, दिनांक 29/08/2025 को ग्राम मनकेली में 01 ग्रामीण एवं दिनांक 30/08/2025 को थाना गंगालूर क्षेत्रांतर्गत तोड़का निवासी शिक्षादूत कल्लू ताती की हत्या करने की घटना में शामिल थे।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी.ने कहा कि बस्तर क्षेत्र में तैनात पुलिस एवं सुरक्षा बल क्षेत्र के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं l आईजीपी ने माओवादी कैडरों से अपील की कि वे हिंसा का मार्ग त्यागें, निर्दोष नागरिकों और उनकी संपत्तियों को निशाना बनाना बंद करें। अब उनके सामने केवल एक ही रास्ता बचा है—सरकार की पुनर्वास नीति का लाभ उठाकर मुख्यधारा से जुड़ना और सम्मानजनक जीवन जीना।