छत्तीसगढ़

आमाटोला-कलपर मुठभेड़ में मारी गई महिला माओवादी की पहचान PLGA कैडर शांति/ देवे के रूप में,  ₹8 लाख का था इनाम घोषित…

जगदलपुर (प्रभात क्रांति), उल्लेखनीय है कि पिछले 18 महीनों के दौरान बस्तर रेंज में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच हुई विभिन्न मुठभेड़ों में अब तक कुल 412 नक्सली कैडर मारे गए या पकड़े गए हैं, जिनमें CPI माओवादी के महासचिव बसवराजु @ गंगन्ना और CCM गौतम / सुधाकर भी शामिल हैं।

बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री सुंदरराज पट्टलिंगम ने एक बार फिर प्रतिबंधित CPI माओवादी संगठन के कैडरों को हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की चेतावनी दी है — अन्यथा उन्हें गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।

कांकेर जिले के पुलिस अधीक्षक श्री श्री इंदिरा कल्याण एलेसेला ने बताया कि 20 जून 2025 को ग्राम आमाटोला एवं कलपर (थाना छोटेबेठिया, जिला कांकेर) के मध्य कोटरी नदी पार स्थित जंगल और पहाड़ी क्षेत्र में माओवादियों की मौजूदगी की विश्वसनीय सूचना के आधार पर पुलिस द्वारा एक संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया गया। यह अभियान जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) की संयुक्त टीम द्वारा संचालित किया गया।

⚫️ 20 जून 2025 को अभियान के दौरान आमाटोला-कलपर के मध्य जंगल क्षेत्र में संयुक्त पुलिस दल और माओवादी दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक वर्दीधारी महिला माओवादी मारी गई। प्रारंभिक पहचान से यह स्पष्ट हुआ है कि मृत माओवादी की पहचान शांति @ देवे, निवासी गुंडेम, जिला बीजापुर के रूप में हुई है। शांति पहले गरियाबंद क्षेत्र की गोबरा एरिया कमेटी में सक्रिय थी। बाद में वह उत्तर बस्तर डिवीजन में सक्रिय हो गई और PLGA कंपनी नंबर 05 एवं कंपनी नंबर 07 से जुड़ी रही। प्रतिबंधित CPI माओवादी संगठन की सक्रिय सदस्य होने के कारण सरकार द्वारा उस पर ₹8 लाख का इनाम घोषित किया गया था।

⚫️ मृत माओवादी शांति @ देवे के कैडर प्रोफाइल एवं उस पर दर्ज आपराधिक प्रकरणों से संबंधित विस्तृत जानकारी एकत्र की जा रही है।

⚫️ घटनास्थल से बरामद सामग्रियां:

घटनास्थल की गहन तलाशी के दौरान निम्नलिखित हथियार, गोलाबारूद और दैनिक उपयोग की सामग्रियां बरामद की गईं:

■ एक .303 रायफल

■ एक देसी BGL लॉन्चर

■ .303 रायफल की सात गोलियां

■ एक वॉकी-टॉकी सेट

■ दो पिट्ठू बैग

■ दो मोबाइल चार्जर और बैटरियां

■ माओवादी साहित्य एवं दस्तावेज

■ प्राथमिक उपचार की दवाइयां

■ दैनिक उपयोग की भारी मात्रा में अन्य सामग्रियां

⚫️ बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री सुंदरराज पट्टलिंगम ने कहा:- 

“दंडकारण्य क्षेत्र में माओवादी हिंसा की जड़ें धीरे-धीरे कमजोर हो रही हैं। क्षेत्र में शांति बहाल करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बल पूरी प्रतिबद्धता और साहस के साथ कार्य कर रहे हैं। भयमुक्त वातावरण की स्थापना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति अब भी उन माओवादी कैडरों के लिए खुली है जो हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं।”

मुठभेड़ के दौरान घने जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले अन्य माओवादी कैडरों की पता लगने हेतु आसपास के जंगलों में तलाशी अभियान जारी है।

यह उल्लेखनीय है कि बीते 18 महीनों में बस्तर रेंज में हुई विभिन्न मुठभेड़ों के दौरान अब तक कुल 412 नक्सली कैडर की शव बरामद की गई, जिनमें CPI माओवादी महासचिव बसवराजु @ गंगन्ना और CCM गौतम @ सुधाकर जैसे शीर्ष Maoist cadre भी शामिल हैं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button