सनी लियोनी प्रकरण में केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वेदमती जोशी की अन्यायपूर्ण बर्खास्तगी होने पर छत्तीसगढ़ प्रदेश आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने किया शासन से बर्खास्तगी रद्द करने की मांग…
जगदलपुर(प्रभात क्रांति), महतारी वदन योजना में फिल्म एक्ट्रेस सनी लियोनी के नाम से राशि जारी होने की घटना के मामले में बिना जांच किए अन्यायपूर्ण ढंग से केवल आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती वेदमती जोशी की बर्खास्तगी की के आरोप में छत्तीसगढ़ प्रदेश आगनबाड़ी महिला कार्यकर्ताओं ने जगदलपुर में प्रेसवार्ता कर विरोध कर बर्खास्तगी को तत्काल रदद् करने की मांग की गई ।
उनके द्वारा प्रेसवार्ता कर कहा गया कि फिल्म एक्ट्रेस सनी लियोनी के इस प्रकरण में जिला प्रशासन द्वारा ब्लॉक परियोजना अधिकारी एवं आंगनबाड़ी पर्यवेक्षक को निलंबित कर दिया गया है और जिला कार्यक्रम अधिकारी से सिर्फ स्पष्टीकरण मांगा गया है । ऊपर के अधिकारियों पर जो नरम और दिखावे की कार्यवाही की गई है कि मामला शांत होने पर उन्हें – पुनः बहाल किया जाएगा, किंतु आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती वेदमती जोशी को बर्खास्त किया गया है। शासन की यह कार्यवाही पूरी तरह भेदभाव पूर्ण है। श्रीमती वेदमाती जोशी तालूर की बेटी है और उनके पति की दुखद मृत्यु के बाद यह मायके में रहती है और किसी प्रकार अपना परिवार चला कर गुजर बसर करती है।
उनके द्वारा कहा गया कि श्रीमती वेदमती जोशी ने ऑफलाइन फॉर्म भरे थे एवं उसे जमा किया था जिसके जिसमें उक्त सनी लियोन का फॉर्म नहीं था । यह भी तथ्य है कि महतारी वंदन का फॉर्म भरने के लिए जो आईडी जारी की गई थी उस आईडी को विभाग से इधर-उधर भी बांटा गया था क्योंकि इसमें एक समय सीमा निर्धारित की गई थी जिसमें आगनबाड़ी कार्यकर्ता को दिन-रात काम करके फॉर्म भरना अनिवार्य किया गया था । साथ ही यह भी निर्देश थे कि किसी का भी फॉर्म रिजेक्ट या कैसिल नहीं किया जाना चाहिए । बस्तर के ग्रामीण क्षेत्रों में ना तो इंटरनेट काम करता है और ना ही मोबाइल ठीक से काम करता है अतः कई फॉर्म कंप्यूटर सेंटर से निजी तौर पर भी भरवाए गए थे । यह भी जांच होनी चाहिए कि निजी कंप्यूटर सेंटरों में भी फॉर्म भरे गए उन्हें विभाग की आईडी कैसे प्राप्त हुई । यह भी जांच होनी चाहिए कि ऊपर के अधिकारियों ने उसे किस तरह स्वीकृत किया । अतः इस प्रकरण की पूरी जाच किए बगैर श्रीमती वेदमती जोशी पर दोषसिद्ध मान लिया जाना पूरी तरह अन्यायपूर्ण ही नहीं बल्कि गैर कानूनी साबित होता है ।
बस्तर जिले में प्रत्येक आवेदन के परीक्षण एवं सत्यापन का दायित्व ग्राम स्तर पर बनायी गयी समिति, जिसमे ग्राम प्रभारीवार्ड प्रभारी एव आगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा किया जाना है, इसके उपरांत पोर्टल में अंकित दस्तावेजों का परीक्षण व सत्यापन पर्यवेक्षक के द्वारा किया जाना था तथा परियोजना अधिकारी के द्वारा अनुमोदित किया जाना था। अधिकारियों द्वारा बिना तथ्यों की जाँच परख किए ऑनलाईन पोर्टल पर वीरेन्द्र कुमार जोशी के द्वारा सन्नी लिओनी के नाम से किए गए आवेदन को सत्यापित कर दिया गया। इसी प्रकार पर्यवेक्षक के द्वारा भी बिना परीक्षण किए हुए इस आवेदन का सत्यापन कर दिया गया, जिसके कारण इस फर्जी नाम वाले हितग्राही को उनके द्वारा दिए गए आधार नंबर से लिंक स्टेट बैंक के खाते में डीबीटी के रूप में राशि का भुगतान हुआ है। आवेदन का सत्यापन हेतु ग्राम प्रभारी से लेकर जिला कार्यक्रम अधिकारी तक है, गलती सभी से हुई है लेकिन श्रीमती वेदमती जोशी को ही बर्खास्त किया गया है जो गलत है । इस घटना के लिए केवल श्रीमती वेदमती जोशी बर्खास्त करके बाकी अधिकारियों को बचाने का खेल नहीं चलेगा ।
पत्र के माध्यम से कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार ने गैर विभागीय काम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के ऊपर लाद दिया जो इस तरह के ऑनलाइन काम करने की स्थिति में नहीं है। यह कार्य आंगनबाड़ी का विभागीय कार्य भी नहीं है। आनन फानन में बहुत जल्दी बाजी में बिना किसी सही सिस्टम के सरकार ने यह काम करवाया और अब समस्या होने पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के गर्दन पर तलवार चलाई गई है।
हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती वेदमती जोशी का पुनः बहाली हेतु सरकार से अनुरोध व मांग करते हैं । यदि ऐसा नहीं किया गया तो पूरे राज्य में आंदोलन होगा और आंदोलन से भी बात नहीं बनी तो इसके खिलाफ हड़ताल एवं अनिश्चितकालीन हड़ताल की तरफ भी कदम उठाने में हम नहीं हिचकिचाएंगे ।