सांस्कृतिक मैदान में बालम संस्था के तहत रंगीलो रे गरबा की हुई आयोजन…
ब्यूरो चीफ राजेश कुमार झाड़ी की रिपोर्ट
बीजापुर(प्रभात क्रांति), सांस्कृतिक मैदान में आयोजित दो दिवसीय बीजापुर बालम संस्था के बैनर तले रंगोली रे गरबा महोत्सव की आयोजन किया गया।बीती रात नवरात्र में मुख्यातिथि सुरेश चंद्राकर के द्वारा सांस्कृतिक मैदान में द्वीप प्रजलित कर पंचमी से गरबा इवेंट की हुई शुरूआत।मुख्य अथिति सुरेश चंद्राकर एवम विशिष्ट अथिति बेनहुर रावतिया,नंदकिशोर राणा,पार्षद की मौजूदगी में भव्य इवेंट की शुरुआत।बालम बैनर तले रंगीलो रे गरबा की बीजापुर में पहली बार शुरुआत हुई है।जिसमें रंगीलो रे गरबा ने बीजापुर में बांधी समा।बड़ी संख्या में महिलाओं,युवतियों और बच्चियों ने गरबा में हिस्सा लिया।
वही गरबा कार्यक्रम के कुछ देर बाद कार्यक्रम कराने एवम पूरी मैनेजमैंट में जिनकी भूमिका थी उन सारे लोगो को मुख्य अतिथि के द्वारा बेस्ट अवार्ड देखकर उन्हें सम्मानित किया गया।वही शारदीय नवरात्रि के चलते इन दिनों पूरे शहर में माता आराधना का माहौल है।वही बीजापुर शहर की सांस्कृतिक मैदान में पारिवारिक माहौल के बीच पारंपरिक गरबा की धूम मची हुई है। यहां बीती रात नवरात्रि की पंचमी पर से अलग ही नजारा देखने को मिला।आज गरबा की दूसरा दिन अथार्थ अंतिम दिन जहां बड़ी संख्या में पहुंची महिलाओं, युवतियों और बच्चियों ने एक साथ गरबा नृत्य किया।सांस्कृतिक मैदान में,डीजे साउंड के साथ बज रहे गुजराति गरबा गीतों पर सभी ने एक अलग रंग जमा दिया।कई गीतों पर शानदार प्रस्तुति दी गई।कई गीत ऐसे थे जिनमे सभी लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
गरबा आयोजन में एक से बढ़कर एक गरबा प्रस्तुतियां दी गई।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में जिनकी अहम भूमिका था जो बीजापुर के चार मास्टर ट्रेनर अनुश्री नायर, रागिनी बघेल,संदीप पुनेम , संजीव ओयाम रंगीला रे कार्यक्रम के डायरेक्टर सुजीत मजूमदार के मार्गदर्शन में टीम के साथी, बीरा राजबाबू, उमा रेड्डी, मनीष बुराडे , सुप्रीति रोय, रंजिता गुप्ता, गीतांजलि गुप्ता, अविनाश चापड़ी, शेख मोइन, दुलियंत चौहान, अनुष्का मजूमदार, पी.दिनेश,आदित्य मिश्रा आदि ने पूरे आयोजन को सफल बनाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई