धान खरीदी केंद्रों में टोकन संकट से तनाव, किसानों और सहकारिता कर्मियों के बीच तकरार, मालगांव में ताला, बजावंड में किसान एकजुट….देखे वीडियों


जगदलपुर (प्रभात क्रांति)। बस्तर जिले में चल रही सरकार की महत्वाकांक्षी धान खरीदी योजना इन दिनों टोकन व्यवस्था को लेकर विवादों में घिरती नजर आ रही है। कई खरीदी केंद्रों पर कम टोकन कटने के कारण किसानों और सहकारिता कर्मियों के बीच तना-तनी की स्थिति बन गई है, जिससे खरीदी व्यवस्था प्रभावित हो रही है।
किसानों का कहना है कि रकबा अधिक होने के बावजूद टोकन सीमित संख्या में काटे जा रहे हैं, जिससे बड़े किसानों के साथ-साथ ऋणी किसानों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक बार में अलगदृअलग समय पर तीन-तीन टोकन काटने की व्यवस्था के कारण किसानों का समय और श्रम दोनों बर्बाद हो रहे हैं।
मालगांव, उलनार, बजावंड और टलनार जैसे प्रमुख धान खरीदी केंद्रों पर किसानों ने खुलकर विरोध दर्ज कराया। मंगलवार सुबह लगभग 11 बजे, मालगांव खरीदी केंद्र में किसानों ने कुछ पल के लिए ताला जड़ दिया, वहीं बजावंड खरीदी केंद्र में किसानों ने ”किसान एकता“ के नारे लगाते हुए अपनी मांगों को सरकार के समक्ष रखने की कोशिश की।
किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही टोकन व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया और खरीदी की गति नहीं बढ़ाई गई, तो वे सामूहिक आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
धान खरीदी की समय सीमा को देखते हुए किसानों की चिंता और अधिक बढ़ गई है। कई किसान टोकन न कटने के कारण निराश होकर वापस लौट रहे हैं। वहीं खरीदी केंद्रों पर अब तक धान का उठाव नहीं हो पाने से स्थिति और गंभीर होती जा रही है।
धान उठाव में देरी के चलते खरीदी केंद्रों में भंडारण की जगह की कमी हो गई है, जिससे सहकारिता कर्मियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जगह न होने के कारण नई धान आवक लेने में भी दिक्कतें आ रही हैं।
देखे वीडियों –




