हिंसा की हार, विश्वास की जीत बीजापुर में 103 माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण….

बीजापुर (प्रभात क्रांति)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आज इतिहास रचा गया। 103 माओवादियों ने हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया। 49 ईनामी नक्सली, कुल 1 करोड़ 6 लाख से अधिक के इनाम के साथ… अब देश के निर्माण में सहभागी बनने चले हैं। 2024 से अब तक – 924 माओवादी गिरफ्तार, 599 आत्मसमर्पण 195 मुठभेड़ों में मारे गए आशा, विकास और सुरक्षा ने लोगों को दिया है नया विश्वास।
शासन की पुनर्वास नीति, ‘नियद नेल्लानार योजना’, और सामुदायिक पुलिसिंग ने माओवादी विचार धारा की जड़ों को हिलाकर रख दिया है। अब हम शांति से जीना चाहते हैं। बच्चों को स्कूल भेजना चाहते हैं। हिंसा से कुछ नहीं मिला अब हमें भविष्य बनाना है।
मुख्यधारा में लौटने वालों को 50-50 हजार रुपये की सहायता और सुरक्षित जीवन की गारंटी। यह है पुनर्वास से पुनर्जीवन की यात्रा। पूना मारगेम – पुनर्वास पुनर्जीवन की ओर हिंसा नहीं, विकास ही भविष्य है।