बीते सत्र में आश्रम,आवासीय विद्यालय में हुए छात्र छात्राओं के मौत से जिला प्रशासन सबक नही लिया , नतीजा कक्षा दुसरी के दो मासूम छात्रों का हुआ मौत – देखे विडियो
राजेश कुमार झाडी –
बीजापुर(प्रभात क्रांति), स्कूल के कपट खुले बामुश्किल 20 दिन हुए की नहीं तारलागुड़ा बालिका आवासीय विद्यालय में पढ़ाई करने वाली कक्षा दुसरी की छात्रा दीक्षिता रेगा और संगमपल्ली आवासीय विद्यालय में पढाई करने वाली कक्षा दुसरी की छात्रा वेदीका जव्वा दोनों आदिवासी मासूम छात्रों का सिस्टम का लापरवाही ने जान ले लिया , मलेरिया से हो या लापरवाही से बालिका आवासीय विद्यालय और आश्रम में बच्चों का मौत होना कोई नई बात नही है.
जिला प्रशासन हर समय के जैसा रट-रटाया बयान से इतिश्री समझते हैं , लेकिन बालिका आवासीय विद्यालय तथा आश्रम में होने वाले मौतों को रोकने के लिए जिला प्रशासन शिक्षा विभाग राजीव गांधी शिक्षा मिशन स्थानीय जनप्रतिनिधि के ओर से लापरवाही पर कोई ठोस कसावट नही आया , नतीजा बेपरवाह अधीक्षिकाओं के चलते छात्रों का हुआ मौत से प्रशासन का फजीहत हो रहा है , उसूर ब्लाक के मुरकीनार आवासीय विद्यालय के अलावा अन्य आवासीय विद्यालय में दस वर्षों से बरगद के पेड़ के तरह जुगाड में जमें अधीक्षिका को तबादला नीति के अनुसार बदलने में मिशन लिडर को पसीना छूट रहा हैं , ऐसा प्रतीत हो रहा है अधीक्षिका पद के लिए राज्य सरकार से हमेशा के लिए रजिस्ट्री करा लिया गया , कई दफे अधीक्षक के द्वारा छात्र छात्राओं को मौत के मुंह से निकला गया , बहरहाल पिछले सत्र में हुए मौतों से सबक लिया होता तो आज संगमपल्ली आवासीय विद्यालय और तारलागुडा आवासीय विद्यालय में पढाई करने वाले दो छात्रों का मौत होने से बच जाते , आगे राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिम्मेदार बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सजग नही हुए तो और भी छात्रों के सिर पर मौत का साया मंडारने का अंदेशा बना हुआ हैं.
ज्यादातर बारिश के मौसम मे होने वाले मौसमी बीमारियों के मद्देनजर मे नगर से लेकर ग्रामीण इलाको में संचालित स्कूल आवासीय विद्यालय व आश्रम में साप्तह में एक बार स्वास्थ्य अमले को भेजकर मलेरिया टायफाइड का जांच करना सुनिश्चित किया जाना चाहिए , ताकि जांच में मलेरिया और टायफाइड पाए जाने पर छात्र छात्राओं को जिला अस्पताल में भर्ती कर इलाज करना चाहिए ताकि छात्रों का मलेरिया से मौत होने से बचाया जा सके , गरीबी के तंगहाली में जीवन यापन करने वाले हर मां बाप बच्चों की परवरिश में अपना खून सींचकर दूध मुंहे होंठो को बोलना सीखाया , चलना सीखाया पौधों के तरह बड़े किए , वही उनके जिगर के टूकडे आवासीय विद्यालय में पढ़ते है , उनके अरमान पढ़ते है , उन्ही बच्चों के पढाई के नाम से और उनके स्वास्थ्य का देखरेख करने व बुनियादी सुविधाओ के लिए सरकार हर साल करोड़ों रुपए पानी के तरह खर्च करता हैं.
उसके बाद भी संगमपल्ली आवासीय विद्यालय और तरलागुडा आवासीय विद्यालय में पढाई करने वाले मलेरिया से ग्रस्ति दो छात्रों का समय पर इलाज कराकर बचाया नही जा सका , जिला प्रशासन और राजीव गांधी शिक्षा मिशन के लिए क़रारा तमाचा है , आवासीय विद्यालय के मुलभूत और अन्य मदो में इफरात पैसे होने से इंकार नही किया जा सकता , क्योंकि छात्रों को जरुरतमंद सेनिटरी नेपकिन का व्यवस्था करना होता है , उन्ही पैसों से गाडी का व्यवस्था कर मलेरिया से ग्रस्ति दोनों बच्चों को अस्पताल तक ले जाने के बजाय रात मे मां बाप को सौप दिया गया , यहां से वहां लाने लेजाने की लापरवाही में एक छात्रा ने जगदलपुर मेडिकल कालेज में दम तोड दिया दो दुसरी छात्रा की सांसें बीजापुर जिला अस्पताल में रुक गए , इस तरह मां बाप के घर के चिराग हमेशा के लिए बुझ गए , मां बाप के आंखो से बहते आंसूओं के समुन्दर प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है , खुदगर्ज नही खुद्दारी बनकर जिम्मेदारी का निर्वहन करना चाहिए , ऐसे दुखत घटनाओं से जिला का तौहीन होने से शिक्षा स्तर में सकारात्मक पहल करना होगा ,
प्रेसवार्ता में विधायक विक्रम शाह मंडावी ने पीड़ित परिवार और बच्चों के प्रति संवेदाना व्यक्त किया , विधायक स्वास्थ्य मंत्री से स्तीफा मांगा तो जिला पंचायत सदस्या नीना रवतिया ने जनता के पांच लाख रुपए खर्च कर बीजापुर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री पीड़ित परिवार से मिले बगैर वापस राजधानी चले जाने से नाराजगी जताई , दोनों ने भाजपा सरकार पर जमकर बरसे , दोनों छात्राओं की मौत की सच की पड़ताल में कांग्रेस टीम के द्वारा घटित नौ सदस्यीय जांच दल के साथ विधायक विक्रम शाह मंडावी संगमपल्ली आवासीय विद्यालय और तारलागुड़ा आवासीय विद्यालय में अध्ययनरत विवगंत छात्रों के परिजनों के घर जाकर दुःख के घड़ी में ढांढस बंधाया , छात्रों के मौत को लेकर उपर से नीचे तक जिला प्रशासन को दोषी ठहराया , विधायक ने कहा जब से भाजपा सरकार सत्ता में काबिज हुआ तब से आदिवासियों पर ज्यादा जुल्म हो रहें हैं , बस्तर से लेकर बीजापुर जिलें में किसी न किसी तरह आदिवासी मारे जा रहें हैं , बीहड़ों में रहने वाले आदिवासी डर भय के माहौल में जीने को मजबूर हैं , नक्सलियों के गोली से हो या पुलिस के गोली से आखिर आदिवासीयों पर सितम ढाया जा रहा हैं ।
विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि भाजपा सरकार से न तो सरकार संबल रही है और न ही स्वास्थ्य सेवाएँ संबल रही है। विधायक विक्रम मंडावी ने आगे कहा कि भाजपा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री बीजापुर तो आतें है लेकिन वे पीड़ित परिवारों से मिलने नहीं जाते केवल औपचारिकता निभाने बीजापुर आकर वापस चले जातें है ये दुर्भाग्य की बात है। प्रेस वार्ता में बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा सरकार षड्यंत्र पूर्वक बस्तर के आदिवासियों को किसी न किसी तरीक़े से हत्या कराना चाहती है। चाहे निर्दोष ग्रामीणों का फर्जी मुठभेड़ हो, चाहे नक्सली की गोलियो से हत्या हो या फिर चाहे बीमारियों से मौत हो हर तरह से आदिवासियों की ही मौत हो रही है भाजपा सरकार आदिवासियों को सुरक्षा देने में पूरी तरह विफल है इसलिए कांग्रेस पार्टी की मांग है कि प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए । वहीं प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए जांचदल की संयोजक नीना रावतिया उद्दे ने कहा प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बीजापुर के दौरे पर रहे पीड़ित परिवार के लोग स्वास्थ्य मंत्री से मिलना चाहते थे लेकिन मंत्री जी बीजापुर में ही औपचारिकता निभाकर प्रदेश चले गए ।
छात्रों की मलेरिया से हुये मौत को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष दीपक बैज ने ज़िला पंचायत सदस्य एवं प्रदेश कांग्रेस की महामंत्री नीना रावतिया उद्दे के नेतृत्व में 9 सदस्यीय जांच दल का गठन किया था जिसमें नीना रावतिया उद्दे को जांच दल का संयोजक, एवं सरिता चापा जिला पंचायत सदस्य, पार्वती कश्यप जिला पंचायत सदस्य, संतकुमारी मंडावी जिला पंचायत सदस्य, गीता कमल अध्यक्ष-जिला महिला कांग्रेस, निर्मला सरपल्ली अध्यक्ष-जनपद पंचायत, सुश्री अनिता तेलम अध्यक्ष-जनपद पंचायत, बोधी ताती, अध्यक्ष-जनपद पंचायत, रिंकी कोराम, अध्यक्ष-नगर पंचायत आदि को जांच दल का सदस्य बनाया गया था ।
जांच समिति के सदस्यों से अविलंब प्रभावित पोटाकेबिनों का दौरा कर पीड़ितों सहित स्थानीय ग्रामवासियों से भेंट / चर्चा कर घटना की वस्तुस्थिति से अवगत होकर अपना प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रेषित करने का आग्रह किया गया था। जांच दल ने सोमवार 15 जुलाई को प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया था। प्रेस वार्ता के दौरान ज़िला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, ज़िला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, ज़िला पंचायत सदस्य बसंतराव ताटी, सोमारु कश्यप, ज़िला महामंत्री सुखदेव नाग, पुरुषोत्तम खत्री, पुरुषोत्तम सल्लूर, सोनू पोटाम, सुनील उद्दे समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता प्रेस वार्ता के दौरान मौजूद थे।
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