छत्तीसगढ़

विद्यासागर जी महाराज को सकल दिगंबर जैन समाज ने दी विनम्र विनयांजलि, गुरुदेव को श्रद्धांजलि अर्पित करने जुटे सर्व समाज के प्रतिनिधि, महावीर भवन में दी गई समाधिलीन गुरुदेव को विनयांजलि

जगदलपुर(प्रभात क्रांति)। सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा मंगलवार सुबह महावीर भवन में समाधिलीन श्रद्धेय विद्यासागर जी महाराज को विनम्र विनयांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर गुरुदेव को अपनी विनम्र विनयांजलि अर्पित करने सभी जाति धर्म को लोग एकत्र हुए। सभी ने गुरुदेव के अनुकरणीय आचरण को अपने जीवन में उतारने की बात कही।

वर्तमान भारत में महावीर का अवतार कहे जाने वाले विश्व प्रसिद्ध दिगंबर जैन मुनि आचार्य विद्यासागर महाराज समाधिलीन हो चुके हैं। शनिवार रात ढाई बजे उन्होंने डोंगरगढ़ के चंद्रगिरी तीर्थ में अंतिम सांस ली। उनके देह त्यागने से सभी स्तब्ध हैं।
मंगलवार को सकल दिगंबर जैन समाज द्वारा महावीर भवन में विनम्र विनयांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में आचार्यश्री की तस्वीर के सामने समाज के वरिष्ठ सदस्य संतोष जैन, पूर्व विधायक रेखचंद जैन तथा सुनील जैन, राजकुमार जैन, ऋषभ जैन ने दीप प्रज्वलित किया।

अपनी विनम्र विनयांजलि अर्पित

दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष अनूप जैन ने कहा कि आचार्यश्री का महानिर्वाण जैन समाज के लिए नहीं अपितु सकल विश्व के लिए बड़ी क्षतिपूर्ति है। आचार्य विद्यासागर जी महाराज के साथ राजकुमार जैन का आत्मीय संबंध रहा है। उनके एवं समाज के प्रयास से ही वे वर्ष 2012 में जगदलपुर पधारे थे। श्री जैन ने कहा था आचार्यश्री का बस्तर पदार्पण बस्तरवासियों के लिए सौभाग्यकारक रहा। वरिष्ठ सदस्य संतोष जैन ने कहा गुरुदेव का आव्हान है कि अपने देश को इंडिया नहीं भारत बोलो। गाय बचेगी- देश बचेगा और अहिंसा ही सबसे बड़ा धर्म है। इस आव्हान को आत्मसात करने से ही सर्व धर्म का संरक्षण होगा। पूर्व विधायक रेखचंद जैन ने बताया कि आचार्य श्री ने कहा था कि बस्तर सर्व धर्म सम भाव रूपी गुलदस्ता है, चूंकि यहां के लोग अच्छे हैं। युवा जैन मंडल अध्यक्ष आयुष जैन और श्वेताम्बर जैन समाज अध्यक्ष मनोहर लूनिया ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर जी के संदेशों को आत्मसात करने से जीवन धन्य होगा और यही उनके प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजली होगी।

कैथोलिक चर्च के फादर थामस वडक्कमकारा तथा फादर अब्बास ने कहा कि ईश्वर समय समय पर अपने पुत्रों को धरती पर भेजता है। उनमें एक हैं आचार्य विद्यासागर जी। जिन्होंने ठीक भगवान महावीर की तरह अहिंसा को सर्वोपरि बतलाया और विश्व को दिशा दी। सभा को सर्व हिन्दू समाज के अध्यक्ष धरमलाल शर्मा, विमल लोढ़ा माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष श्याम सोमानी, शिवनारायण चांडक, जैन महिला मण्डल अध्यक्ष सपना जैन, पूर्व अध्यक्ष रतनलाल जैन, दिगंबर जैन समाज के पूर्व अध्यक्ष संजय जैन, एकल विद्यालय की प्राची गर्ग, पत्रकार हेमंत कश्यप, समाजसेवी अनिल लुंकड़, विनोद कुमार डाकलिया, नेहा जैन, अविनाश जैन, चार्ली चौधरी, मंशा जैन ने अपने विचार रखे।

कार्यक्रम के दौरान विद्यासागर जी महाराज के जीवन वृत्त पर विडियो का प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम के अंत में 2 मिनट का मौन रख उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। भवन में उन चीजों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी, जिसका त्याग कर आचार्यश्री ने लोगों का अपना आचार – व्यवहार बदलने का संदेश दिया है। विनम्र विनयांजलि सभा का संचालन और आभार दीपक जैन ने व्यक्त किया।

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