छत्तीसगढ़

15 दिनों में 6116 कृषकों से संवाद किए कृषि वैज्ञानिक एवं विभागीय अमला, विकसित भारत संकल्प अभियान अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र, बस्तर एवं जिला कृषि विभाग के नेतृत्व में दिनांक 29 मई से 12 जून 2025 तक कृषकों के गाँव गाँव तक पहुँचकर कृषि संबंधी संवाद किए गए….

जगदलपुर(प्रभात क्रांति), केवीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ संतोष नाग ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र बस्तर के टीम नेतृत्व में जिले में कुल 03 टीमों का गठन किया था, जिसमें प्रत्येक टीम में KVK के साथ कृषि विभाग, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य पालन विभाग सम्मिलित था। साथ ही फसल बीमा कंपनी, सहकारी समिति, मंडी एवं इफको ने भी सक्रिय रूप से कार्यक्रमों में भाग लिया। सभी विभागों ने अपने प्रत्येक योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।

कृषि विज्ञान केंद्र, बस्तर द्वारा तकनीकी रूप से खेती, कीट- बीमारी प्रबंधन की जैविक विधि, लघु धन्य फसल के महत्व, प्रसंस्करण द्वारा अधिक लाभ, खेती मैं मशीनरी का उपयोग, खेती में लागत को कम करना, बीज उत्पादन, इत्यादि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।

कृषि विभाग द्वारा मृदा परीक्षण के महत्व, कृषक पंजीयन, KCC, एवं विभागीय योजनाओं के संबंध में कृषकों को जानकारी दी गई।

उद्यानिकी विभाग द्वारा आम रोपण, बाँस, मुनगा रोपण एवं उद्यानिकी KCC की योजनाओं के बारे में वृहत प्रचार प्रसार कर बताया गया।

पशुपालन विभाग द्वारा वर्षा ऋतु में पशुओ, बकरियों, मुर्गियों के रखरखाव, टीकाकरण, विभिन्न योजनाओं एवं पशुपालन KCC के बारे में कृषकों को बताया।

मत्स्य पालन विभाग द्वारा योजना अंतर्गत तालाब खनन, बायोफ़्लोक, तालाब मरम्मत के लिए विभागीय अनुदान एवं KCC के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।

इफको द्वारा नैनो यूरिया, नैनो डी ए पी, एवं जैविक कन्सोर्टीया के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया।

बीमा कंपनी द्वारा फसल बीमा लाभ एवं बीमा क्लेम के संबंध में जानकारी दी गई।

इस बीच कृषकों के बीच से भी कई सुझाव एवं प्रतिक्रिया सामने आई जिसमें फसल बीमा का व्यतिगत क्लेम हेतु सरली करण, मक्के की फसल में कटाई उपरांत भंडारण, मक्के की खरीदी एवं फिक्स दर का निर्धारण, रबी धान के खरीदी हेतु उचित व्यवस्था का प्रबंधन, जैविक उत्पादों के विक्रय हेतु बाजार का विकास एवं दर निर्धारण इत्यादि महत्वपूर्ण चर्चा कृषकों की ओर से हुये।

राजीव श्रीवास्तव, उप संचालक कृषि जिला बस्तर

पूरे 15 दिवस कृषकों के गाँव गाँव जाकर कृषि संबंधी सभी योजनाओं का प्रचार प्रसार एवं लोगों में जागरूकता लाने का सघन प्रयास किया है। इससे योजनाओं से संबधित हितग्राहियों की सख्या बढ़ेगी, विभिन्न योजनाओं को अपनाने के प्रति कृषकों का रुझान बढ़ेगा।

कृषि विज्ञान केंद्र बस्तर द्वारा श्री धर्मपाल केरकेटटा, डॉ राहुल साहू, श्री दुष्यंत पांडे द्वारा टीम का नेतृत्व किया गया।

पूरे 15 दिनों में पुरुष, महिला, जनप्रतिनिधियों को शामिल करते हुये 6116 लोगों को जिले में संपर्क किया गया। एवं जानकरी दी गई।

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