छत्तीसगढ़

शिक्षा विभाग की स्थिति दयनींय जहां एक भी विद्यार्थी अध्ययनरत् नही वहां दो शिक्षकों की पदस्थिति एक शिक्षक उपस्थित जो मोबाईल में रिल्स देखने पर व्यस्त, मन मर्जी से किया जा रहा स्कूलों का संचालन…..

दंतेवाड़ा (प्रभात क्रांति), छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार द्वारा शिक्षा का महत्व को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में अंतिम व्यक्ति तक शिक्षा पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है एवं राज्य सरकार द्वारा अंदूरूनी क्षेत्रों में स्कूलों का संचालन किया जा रहा है, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में भी आदिवासी उच्च शिक्षा प्राप्त कर राज्य एवं जिला का नाम रौशन कर सकें । किन्तु कुछ शिक्षक ग्रामीण क्षेत्र में स्थित स्कूल का लाभ लेने में कोई संकोच करते नजर नही आ रहे है ।

इसी तहत एक मामला प्रकाश में आया है जो दंतेवाड़ा जिला के विकास खण्ड कटेकल्याण के प्राथमिक शाला मारजूम भीमा पारा का है जहां कुल दो शिक्षकों की पदस्थिति की गई किन्तु इस स्कूल में एक भी छात्र अध्ययनरत् नही है जब ‘‘प्रभात क्रांति’’ के द्वारा इस स्कूल का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि इस स्कूल में एक भी छात्र नहीं था सिर्फ एक ही शिक्षक उपस्थित थें यहां कुल पदस्थ शिक्षकों की संख्या 2 बतायी गई ।

इस संबंध में प्राथमिक शाला मारजूम भीमा पारा के शिक्षक के पास पहुंचे तो शिक्षक हाथ में मोबाइल लिए रिल्स देखकर आनंद उठा रहे थे तथा उनसेे स्कूल की जानकारी मांगी गई तो जानकारी देनें से मना कर दिया और उन्होंने कहा कि मीडिया वालों को इसकी जानकारी नहीं दी जाती है, स्कूल में बच्चों की उपस्थित पंजी दिखाने को कहां गया तो भी साफ इनकार कर दिया । जब इस स्कूल में बच्चे ही नहीं हैं तो मुफ्त की वेतन शिक्षकों को मिलना दुर्भाग्य जनक स्थिति है ।

इससे पहले भी खण्ड शिक्षा अधिकारी के लापरवाहियों से शिक्षा विभाग को अवगत कराया गया किन्तु अब तक खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों पर कोई कार्यवाही नही की गई जो एक गंभीर विषय बना हुआ है । वही नाडेनार डोंगरी पारा स्कूल में खण्ड शिक्षा अधिकारी और उनके साथ शिक्षक शराब पी कर स्कूल पहुंचे हुए थे क्योंकि खण्ड शिक्षा अधिकारी ही स्वयं सही नहीं है तो शिक्षकों को सही गलत के बारे मे क्या बताएंगे ।

जिस समय हमारी टीम दोपहर 3.00 बजे स्कूल का निरीक्षण करने पहुंचे तो आधे घंटे बाद शिक्षक स्कूल बंद कर निकल चुके थे, आप देख सकते हैं स्कूल की तस्वीर शिक्षा विभाग आखिर में कर क्या रही है । यह एक गंभीर विषय बना हुआ है शिक्षा विभाग के द्वारा किसी तरह की कार्यवाही नही किया जाना कई संदेह को जन्म दे रहा है ।

वही बृजमोहन अग्रवाल शिक्षा मंत्री के कार्यभार छोड़ चुके है जो अभी वर्तमान में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के पदभार में है वही दंतेवाड़ा जिला में इस तरह से स्कूलों की स्थिति दिन-ब-दिन दयनीय होना चिंताजनक स्थिति है यहां स्कूल में खण्ड शिक्षा अधिकारी, शिक्षक एवं कर्मचारियों द्वारा पिकनीक की तरह स्कूल पहुंचकर शराब पीकर मजे ले रहे है इससे छात्रों पर क्या असर पडे़गा ? यह एक गंभीर विषय बना हुआ है अगर समय रहते इस ओर राज्य सरकार में बैठे उच्च अधिकारियों द्वारा कार्यवाही नही की गई तो बच्चों का भविष्य खतरे में चला जायेगा जिसका जिम्मेदार पूरी तरह से शिक्षा विभाग का होगा ।

इस संबंध में जानकारी लेने के लिए खण्ड शिक्षा अधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया किन्तु उनका मोबाईल बंद बताया ।

 

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