कृषि विज्ञान केंद्र, बस्तर द्वारा खरीफ 2024 के जिले में रामतिल फसल प्रदर्शन का किया निरीक्षण…
जगदलपुर(प्रभात क्रांति), कृषि विज्ञान केंद्र, बस्तर द्वारा खरीफ 2024 में समूह अग्रिम पंक्ति प्रदर्शन अंतर्गत 64 एकड़ में तिलहनी फसल रामतिल का प्रदर्शन लगवाया गया है। प्रदर्शन जिले के विभिन्न विकास खण्डों अंतर्गत विभिन्न ग्रामों में लगाया गया है। लोहण्डीगुड़ा में ग्राम बिंता, मारडुम। बस्तानार में कोड़ेनार, परलमेटा, जामगांव। बस्तर में दुबेउमरगाँव। दरभा में मूसागुड़ा।
इं.गा.कृ.वि.वि. रायपुर अंतर्गत गठित टीम द्वारा बास्तानार में रामतिल के प्रदर्शन का निरीक्षण डॉ जी.पी. आयाम के नेतृत्व में डॉ.एन.सी. मण्डावी एवं डॉ नरेंद्र नाग द्वारा किया गया। डॉ जी.पी. आयाम एवं टीम द्वारा फसल प्रदर्शन की सराहना किया गया, साथ ही उर्वरक प्रबंधन के विषय में कृषकों को मार्गदर्शन दिया गया। निरीक्षण के दौरान कृषि विभाग के अधिकारियों सहित 12 कृषक उपस्थित थे।
श्री धर्मपाल केरकेटटा- कृषि विज्ञान केंद्र, बस्तर के फसल प्रदर्शन के प्रभारी श्री धर्मपाल केरकेटटा ने बताया इस वर्ष 10 साल से कम अवधि के रिलीज किस्म की उपलब्धता पूरे राज्य भर में सीमित थी। बीज की अनुपलब्धता के कारण 75 एकड़ के स्थान पर कुल 64 एकड़ पर ही प्रदर्शन कार्यक्रम लिया जा सका है। रामतिल के JNS-30 किस्म को प्रदर्शन कार्यक्रम अंतर्गत लगाया गया है।
डॉ संतोष नाग- कृषि विज्ञान केंद्र, बस्तर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ संतोष नाग ने बताया की इस वर्ष प्रदर्शन कार्यक्रम में अच्छी बात यह है कि जिला कृषि विभाग के सहयोग से सभी 64 एकड़ फसल का आधार श्रेणी से प्रमाणित श्रेणी अंतर्गत पंजीयन कर, बीज उत्पादन कार्यक्रम के रूप में लिया गया है। जिससे अगले खरीफ वर्ष में रामतिल के प्रमाणित श्रेणी के बीज की उपलब्धता आसानी से हो सकेगी। बीज कि उपलब्धता से तिलहन का रकबा बढ़ाने में सहायता मिलेगी।