बस्तर दशहरा को विश्व स्तर तक पर्यटन का दर्जा देने का प्रयास किया जायेगा – सांसद महेश कश्यप
जगदलपुर(प्रभात क्रांति), बस्तर दशहरा जो हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े ही धुमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है. 75 दिनों तक चलने वाला बस्तर दशहरा पर्व हरेली अमावस्या के दिन पाट जात्रा पूजा विधान के साथ 4 अगस्त 2024 से शुरू हो गया है, जो कि 19 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा. यह दशहरा पर्व विभिन्न जनजातीय समुदायों की सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक भावना का महत्वपूर्ण प्रतीक है ।बस्तर जिला के नवनिर्वाचित सांसद महेश कश्यप ने जगदलपुर के रेस्ट हाऊस में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि बस्तर दशहरा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बड़े ही धूमधाम से मनाया जायेगा एवं साथ ही बस्तर दशहरा को विश्व स्तर तक पर्यटन का दर्जा देने का पूरा प्रयास किया जायेगा एवं देश-विदेश से बस्तर दशहरा को देखने आने वाले पर्यटक की अच्छी व्यवस्था करने की बात कही ।
उन्होंने आगे कहा कि बस्तर दशहरा 4 अगस्त को पाट जात्रा पूजा विधान से शुरू हुए ऐतिहासिक बस्तर दशहरा पर्व 2024 के अंतर्गत 2 अक्टूबर को काछनगादी पूजा विधान, रेलामाता पूजा विधान. 5 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक प्रतिदिन नवरात्रि पूजा विधान, रथ परिक्रमा पूजा विधान. 12 अक्टूबर को मावली परघाव विधान, 15 अक्टूबर को काछन जात्रा पूजा विधान और मुरिया दरबार, 16 अक्टूबर को कुटुम्ब जात्रा पूजा विधान, 19 अक्टूबर को मावली माता जी की डोली की विदाई पूजा विधान आयोजित है ।
बस्तर दशहरा में मुरिया दरबार आयोजित की जायेगी जिसमें विभिन्न जनजातीय समुदायों के प्रमुख, नेता और प्रशासनिक अधिकारी मिलकर संस्कृति, परंपरा और प्रथाओं को सहेजने और सामुदायिक मांग तथा समस्याओं पर विचार करेगें. जिसमें मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय भी उपस्थित रहेंगें । इस वर्ष 15 अक्टूबर 2024 को मुरिया दरबार का आयोजन किया जायेगा. मुरिया दरबार आयोजन के 10 दिन बाद बस्तर संभाग के मांझी, चालकी, मेम्बर, मेम्बरीन, पुजारी, कोटवार, पटेल, मातागुड़ी के मुख्य पुजारियों का सम्मेलन आयोजित किया जाना प्रस्तावित है।
इस प्रेसवार्ता में बस्तर कलेक्टर हरीस एस., मांझी, चालकी मेम्बर, तहसीलदार एवं राजस्व विभाग के अमले के साथ बस्तर सांसद व दशहरा समिति के अध्यक्ष महेश कश्यप उपस्थित रहे एवं पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया ।