छत्तीसगढ़

बच्चों के पोषण आहार में विभागीय सेंध, छोटे बच्चों को नही मिल रहा संतुलित मात्रा में पोषण आहार……

जगदलपुर(प्रभात क्रांति), बस्तर जिला जगदलपुर के जनपद पंचायत बकावण्ड के करपावण्ड परियोजना अधिकारी के अंदेखी के चलते शिकार हो रहा छोटे बच्चों को पोषण आहार, इस क्षेत्र के प्रत्येक आंगनबाड़ी में छोटे बच्चों को मैन्यू के हिसाब से सामग्री का वितरण नही किया जा रहा है वही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायिका के द्वारा लापरवाही पूर्वक मनमाने तरीके से आंगनबाड़ी केन्द्र चलाया जा रहा है उनके द्वारा शासन के निर्देशानुसार आंगनबाड़ियों का संचालन नही किया जा रहा है, वही विभागीय अंदेखी के चलते करपावण्ड क्षेत्र में सुपरवाईजर भी आंगनबाड़ियों की देख-रेख मंे नजर नही आते है जब किसी विशेष मीटिंग एवं आमसभा या ग्रामसभा होने पर इनकी उपस्थिति कभी-कभी आंगनबाड़ियों में दिखाई देती है ग्राम पंचायत से इन्हें कोई सरोकार नही रहता । 

प्राप्त सूत्रों के अनुसार करपावण्ड मुख्यालय में कोई सुपरवाईजर की उपस्थिति नही रहती है । सभी का घर शहर जगदलपुर में होने के कारण से रोज आना-जाने में असमर्थ दिखाई देते है इन सुपरवाईजरों ने जगदलपुर कार्यालय तथा मुख्यालय मंे अपना पैठ जमाये रहते है. वही ग्राम पंचायत कोमार के आंगनगबाड़ी में मैन्यू के हिसाब से पोषण आहार बच्चों को वितरण नही किया जाता है यहां छोटे-छोटे बच्चों को पोषण आहार पर्याप्त मात्रा में नही दिया जाता है । यहां कभी-कभी खिचड़ी, सोयाबीन, आलू इत्यादि उच्च पौष्टिक आहार के आधार पर खिलाया जाता है । कम मात्रा में पोष्टिक आहार का वितरण कर अपना खर्चा-पानी चलाने में व्यस्त रहते है वही ग्राम पंचायत में पौष्टिक आहार आदि सामग्रियों का वितरण करने मंे सभी आंगनबाडियों के समितियों को सामग्री वितरण करने के कार्य दिये गये है । किन्तु समितियांे के द्वारा भी पौष्टिक आहार का सही वितरण नही किये जाने की बात चर्चा पर है ।

वर्तमान में करपावण्ड परिक्षेत्र में कुछ आंगनबाड़ियों में यह देखा गया है कि कार्यकर्ता उपस्थित होने पर सहायिका उपस्थित नही रहती है तथा सहायिका उपस्थित रहने पर कार्यकर्ता उपस्थित नही रहती है कभी-कभी टिकाकरण, मुख्यालय जाने के बहाने कुछ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भी अपने कार्य पर उपस्थित नही रहते है । वही इन आंगनबाड़ियांे के लापरवाही से बच्चों को पौष्टिक आहार का वितरण नही किये जाने पर कुछ ग्रामीणों में रोष व्याप्त है तथा शासन से मांग किया गया है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर राज्य सरकार विशेष ध्यान दे क्योंकि यह आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका एक मजबूत नींव को जम्न देने का काम करता है ।
इस संबंध में करपावण्ड परियोजना अधिकारी से फोन पर संपर्क करने पर उन्होंने फोन उठाने मंे असमर्थता जाहिर किया. जिससे इस संबंध में किसी भी प्रकार की चर्चा नही हो पाई ।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button