10 वर्षो से ग्राम पंचायत भोण्ड में स्वयं शासकीय योजना का उपभोग कर सरंपच ने बनाया अकूत सम्पत्ति, जांच उपरांत भी नही की गई कार्यवाही….
जगदलपुर(प्रभात क्रांति), बस्तर जिला जगदलपुर के जनपद पंचायत बस्तर के ग्राम पंचायत भोण्ड में रसुखदार सरंपच की काली करतूत से परेशान होकर ग्राम पंचायत भोंड के ग्रामीणों के द्वारा बस्तर कलेक्टर को लिखित शिकायत की गई थी जिसमें ग्रामीणों के द्वारा सरपंच पर मनरेगा (महात्मागांधी रोजगार गांरटी योजना) एवं ग्राम पंचायत की विकासशील शासकीय योजना के तहत मजदूरों को पारिश्रमिक भुगतान न करना, सड़क निर्माण, तालाब निर्माण, तथा सागम में घाट निर्माण ट्यूब बेल निर्माण, घाट निर्माण एवं शासकीय योजनाओं से ग्रामीणों को वंचित कर विगत 10 वर्षो से स्वयं शासकीय योजना का लाभ उठाकर अकूत संपत्ति बनाने का गंभीर आरोप सरपंच पर लगाया गया था ।
शिकायत उपरांत जिला पंचायत सदस्य गणेश बघेल के कार्यकाल तथा उनकी पत्नी चम्पा कश्यप के कार्यकाल में हुए भ्रष्टाचार की जांच हेतु बस्तर कलेक्टर द्वारा टीम गठित कर जांच अधिकारियों की नियुक्ति भी की गई थी जांच अधिकारियों द्वारा जांच प्रतिवेदन में ग्रामीणों द्वारा सरंपच पर लगाये गये सभी आरोप सही पाया गया, किन्तु आज 06 माह बीत जाने के बाद भी किसी तरह की कार्यवाही संबंधित अधिकारी द्वारा नही की गई जिससे ग्रामीणों पर रोष व्याप्त है ।
वही कांग्रेस शासन के 05 वर्ष के कार्यकाल में जिला पंचायत सदस्य के द्वारा इतनी संपत्ति विगत 10 वर्षों में कहां से आया जबकि सरपंच के पास न तो पैतृक संपत्ति है, न ही शासकीय ठेकेदार हैं और न ही शासकीय कर्मचारी फिर अचानक जिला पंचायत बनने के बाद इतनी बड़ी मात्रा में धन अर्जित करना ग्रामवासी के बीच सोचनीय विषय बना हुआ है, पूर्व सरपंच विगत 15 वर्ष के कार्यकाल में भी इतना धन अर्जित नही कर पाए जितना विगत पांच वर्षों में सरपंच कार्यकाल एवं 5 वर्ष जिला पंचायत सदस्य के कार्यकाल में करोड़ों रुपए का अकूत संपत्ति कहा से अर्जित किया गया है यह जांच का विषय बना हुआ है।