153 बटालियन द्वारा किए गए कार्यों के प्रति लोगों की धारणा में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न प्रयास किए गए हैं…
बीजापुर(प्रभात क्रांति), बीजापुर जिले के उसूर तहसील में स्थित गुंडम गाँव, जो कि पिछड़ी जनजातियों का क्षेत्र है, वहाँ के लोग सरकार द्वारा चलायी जाने वाली विविध कल्याणकारी/लाभकारी योजनाओं से वंचित हैं। इस क्षेत्र में पहले माओवादियों का दबदबा होने के कारण यहाँ पर रहने वाले लोग पुलिस और सरकारी तंत्र से जुड़ने के लिए कतराते थे और ऐसा करने से डरते थे। परंतु 153 बटालियन के बीजापुर में तैनात होने के पश्चात गुंडम के आस-पास के इलाकों में शांति और लोगों के रहन-सहन में सुधार लाने के प्रयास किए गए। सरकार द्वारा चलायी जाने वाली योजनाओं जैसे सड़क आदि का निर्माण सुचारू रूप से चलाने हेतु 153 बटालियन, सीआरपीएफ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी क्रम में, 153 बटालियन की “ए” और “डी” कंपनी गुंडम में तैनात की गई है, जो उक्त जिम्मेदारियों का भली-भांति निर्वहन सुचारू रूप से कर रही है।
सीआरपीएफ द्वारा किए गए कार्यों के प्रति गुंडम के आस-पास स्थित लोगों की धारणा में सकारात्मक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से दिनांक 08/09/2024 को सिविक एक्शन प्रोग्राम और नागरिक सहायता कार्यक्रम के तहत माननीय अमित कुमार, कमांडेंट महोदय 153 बटालियन सीआरपीएफ के दिशा- निर्देशानुसार तथा उदय वीर सिंह एवम् सरोज कुमार, सहायक कमान्डेन्ट की उपस्थिति में एक जन-कल्याणकारी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में गुंडम में रहने वाले लोगों की आम जीवन से जुड़ी जरूरतों को देखते हुए उनके रहन-सहन में सुधार लाने के उद्देश्य से निम्नलिखित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया:
153 बटालियन सीआरपीएफ के चिकित्सा अधिकारी द्वारा चिकित्सा कैंप लगाया गया और लोगों को उनके अच्छे स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। साथ ही, स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के बारे में उचित परामर्श और सुझाव दिए गए। इसके अतिरिक्त, जरूरतमंद ग्रामवासियों को गुणवत्तापूर्ण दवाइयों का वितरण किया गया और उन्हें दवाइयों को समय पर लेने के लिए परामर्शित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीण बालकों और बालिकाओं को शिक्षा के लिए जागरूक करने हेतु उन्हें पढ़ाई से संबंधित बैग, किताबें, पेंसिल और अन्य संबंधित सामग्रियों का वितरण किया गया।
गुंडम का क्षेत्र अति-पिछड़ा होने के कारण वहाँ के ग्रामीणों को इलाके में आवागमन हेतु साइकिलों का वितरण किया गया और उन्हें प्रेरित किया गया कि वे इसका उपयोग करें।
इस अवसर पर उपस्थित सभी ग्रामीणों को जल-पान कराया गया और अच्छे भोजन की व्यवस्था की गई, जिसमें सभी ग्रामीणों ने उत्साह के साथ बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। इस प्रकार के कार्यक्रमों में इस क्षेत्र में ग्रामीणों का इतना बढ़-चढ़ कर सहयोग पहली बार देखा गया। जिसके परिणामस्वरूप गुंडम और आस-पास के निवासी ग्रामीणों द्वारा सीआरपीएफ को एक अच्छे बल के रूप में मान्यता देते हुए सराहना की गई।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों द्वारा भी ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्हें मुख्यधारा में आने के लिए प्रेरित किया गया और भारत सरकार द्वारा चलायी जाने वाली विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया।
अंत में, ग्रामीणों द्वारा 153 बटालियन सीआरपीएफ द्वारा आयोजित कार्यक्रमों की सराहना की गई और यह अपेक्षा प्रकट की गई कि इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन भविष्य में भी समय-समय पर किया जाए ताकि उन्हें इस अति-पिछड़े क्षेत्र में स्वयं को मुख्यधारा में लाने तथा एक अच्छा जीवन यापन करने का अवसर प्राप्त हो सके।