बस्तर संभाग में भ्रष्टाचार पर जनता और जनप्रतिनिधियों की चुप्पी चिंताजनक, फर्जी लिपिक दे रहे भ्रष्टाचार को बढ़ावा दृ महेश स्वर्ण (प्रदेश अध्यक्ष, लेबर पार्टी ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़)

जगदलपुर(प्रभात क्रांति), छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार और जनता के विकास के लिए आवंटित राशि के गबन की कई घटनाएँ सामने आ रही हैं । विकास कार्यों के नाम पर करोड़ों रुपये का हेरफेर हो रहा है, लेकिन इसके बावजूद क्षेत्र की जनता और उनके जनप्रतिनिधि चुप हैं । आम जनता की चुप्पी समझ में आती है, क्योंकि उन्हें शायद भ्रष्टाचार के जटिल खेल की पूरी जानकारी नहीं है । लेकिन जिस बात से अधिक चिंता होती है, वह है क्षेत्र के क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की निरंतर चुप्पी । वही बीजापुर जिले में श्रवण कुमार श्रीवास्तव नामक व्यक्ति की सहायक ग्रेड – 03 में अवैध तरीके से फर्जी नियुक्त किया गया था जिसक संबंध में कार्यवाही एवं जांच करने की मांग किये जाने पर उसे बीजापुर जनपद से बकावण्ड जनपद में स्थानांतरण कर मामला को शांत करने का प्रयास किया गया । जहां उनकी नियुक्ति पूरी तरह से फर्जी तरीके से होना सही पाया गया और उनपर कार्यवाही किये जाने के बावजूद उनका प्रमोशन किया जाकर उच्च पद पर बैठे अधिकारी भ्रष्टाचार को संरक्षण देने में कोई कसर नही छोड़ रहे है जबकि इनकी नियुक्ति बीजापुर जिला में पूरी तरह से फर्जी तरीके से किया गया है फर्जी नियुक्ति को लेकर विवाद होने पर उनका हस्तांतरण बीजापुर से बकावण्ड जनपद पंचायत कर बकावण्ड को भ्रष्टाचार का चारागाह बनाकर यहां के जनप्रतिनिधि एवं भारतीय जनता पार्टी के नेता इन पर महेरबान क्यों है ?
जनप्रतिनिधि, जिन्हें जनता ने अपनी आवाज बनने के लिए चुना है, वे ही भ्रष्टाचार के मामलों पर मौन साधे हुए हैं। यह स्थिति दर्शाती है कि या तो वे स्वयं इन घोटालों में शामिल हैं या फिर सत्ता के दबाव में जनता के अधिकारों की रक्षा करने में असफल हो रहे हैं। यह रवैया लोकतंत्र और जनहित के लिए घातक है।
लेबर पार्टी ऑफ इंडिया, छत्तीसगढ़, द्वारा मांग की गई है कि क्षेत्र में हो रहे भ्रष्टाचार की निष्पक्ष जांच हो और दोषियों को सख्त सजा मिले। साथ ही हम जनता से अपील करते हैं कि वे जागरूक होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाएं। यदि जनप्रतिनिधि चुप रहते हैं, तो जनता को उन्हें आगें में सबक सिखाना चाहिए।